रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में आज शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने इंद्रावती भवन से महानदी भवन तक पैदल मार्च किया। वेतन विसंगति समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर वे लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि, मोदी सरकार की गारंटी के तहत वेतन विसंगति दूर करने का वादा किया गया था। सरकार को इसे पूरा करना चाहिए।
प्रदेश के एल बी संवर्ग के शिक्षक नरेंद्र मोदी के गारंटी को अब तक लागू नहीं किए जाने से नाराज हैं। भाजपा के घोषणा पत्र में सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति को दूर करने, क्रमोन्नति वेतनमान देने, लंबित मंहगाई भत्ता और देय तिथि से एरियर्स राशि देने का वादा किया गया है।
ये है मांगें
मोदी की गारंटी के तहत सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर कर सभी एल बी संवर्ग को क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाए।
समतुल्य वेतनमान (पुनरीक्षित वेतनमान) में सही वेतन का निर्धारण कर 1.86 के गुणांक पर वेतन निर्धारण किया जाए।
पूर्व सेवा अवधि की गणना करते हुए समस्त शिक्षक एलबी संवर्ग के पुरानी पेंशन को निर्धारित करें। भारत सरकार द्वारा 2 सितंबर 2008 को जारी आदेश के समान 33 वर्ष में पूर्ण पेंशन के स्थान पर 20 वर्ष में पूर्ण पेंशन का प्रावधान किया जाए।
उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा याचिका क्रमांक डब्लूए/ 261/2024 में डबल बैंच द्वारा पारित निर्णय दिनांक 28/02/2024 के तहत सभी पात्र एल बी संवर्ग के शिक्षको के लिए क्रमोन्नति/समयमान का विभागीय आदेश किया जाए।
शिक्षक और कर्मचारियों को केंद्र के बराबर 01 जुलाई 2024 से 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाये तथा जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ते के एरियर राशि का समायोजन जीपीएफ/सीजीपीएफ खाता में किया जाए।
पांच सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों ने किया पैदल मार्च
कहा- भाजपा ने घोषणा पत्र में किया था वादा
