रायगढ़। छत्तीसगढ़ प्रदेश के राज्य शिक्षक पुरस्कार में इस बार रायगढ़ जिला से तीन शिक्षकों का नाम शामिल था जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तारापुर में पदस्थ व्याख्याता एवं एनएसएस के जिला संगठक भोजराम पटेल, शास. प्राथमिक विद्यालय बालमगोड़ा (कोतरा) में पदस्थ सहायक शिक्षक संतोष पटेल को राज्यपाल पुरस्कार तथा शासकीय चक्रधर नगर रायगढ़ में पदस्थ व्याख्याता श्रीमती रश्मि वर्मा को डॉ.बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अगले साल 5 सितंबर 2024 को सम्मानित होने वाले दो शिक्षकों में रायगढ़ जिला से डॉ.मनीषा त्रिपाठी (प्रधान पाठक, शासकीय रविशंकर प्राथमिक शाला चांदमारी,रायगढ़) एवं सुशील गुप्ता प्राथ. शाला कोरियादादर) का नाम घोषित किया गया है।
विदित हो कि गत 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के राजभवन दरबार हाल में चार स्मृति पुरस्कार व 48 राज्यपाल पुरस्कार के लिए चयनित मिलाकर कुल 52 उत्कृष्ट शिक्षकों का राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान किया गया। राज्यपाल पुरस्कार के तहत प्रत्येक शिक्षक को साल श्रीफल एवं इक्कीस हजार रु. का ड्राफ्ट एवं स्मृति पुरस्कार के तहत 51000 रु. ‘का ड्राफ्ट प्रदान किया गया। प्रदेश स्तरीय इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन उपस्थित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविंद्र चौबे, संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव एवं सुश्री शकुंतला साव की भी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. एस.भारतीदासन, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला से लेकर संचालक लोक शिक्षण संचालनालय सुनील कुमार जैन एवं अन्य विशिष्ट अधिकारी गण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे द्वारा अगले वर्ष सम्मानित होने वाले शिक्षकों के नामों की घोषणा की गई तथा प्रदेश सरकार द्वारा स्कूलों की बेहतरी के लिए किये जा रहे कार्यों का बखान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब भी हम किसी महान कार्य या महान व्यक्तित्व की चर्चा करते हैं तो उसके पीछे उसके गुरु का नाम भी हमें दिखता है श्री बघेल ने कहा कि हमारे द्वारा शिक्षकों की भारी मात्रा में भर्ती की जा रही है स्कूलों के मरम्मत जीर्णोद्धार के लिए हमने पर्याप्त राशि दी है। हमारा प्रयास है कि स्कूल बेहतर बने। राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने आंग्ल भाषा में दिए अपने भाषण में कहा कि शिक्षकों का कार्य विद्यार्थियों को केवल अक्षर ज्ञान देना नहीं होता बल्कि उन्हें नैतिक मूल्य और सही दिशा में चलने की क्षमता तथा समृद्धि की और मार्गदर्शन करना भी होता है शिक्षा में रचनात्मकता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए शिक्षकों को रचनात्मक शिक्षण विधि से पढऩे के लिए सशक्त बनाया जाना चाहिए। इस अवसर पर सभी विशिष्ट जनों ने सम्मानित होने वाले शिक्षकों को अपनी बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। स्वागत भाषण डॉ.आलोक शुक्ला प्रमुख सचिव छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एवं आभार प्रदर्शन संचालक लोक शिक्षण संचालनालय श्री सुनील कुमार जैन द्वारा किया गया। शिक्षक सम्मान समारोह के अवसर पर समस्त शिक्षकों को उनके कार्य व उपलब्धि पर आधारित पुस्तिका राज्य शिक्षक सम्मान पुरस्कार 2023 परिचयात्मक आलेख की प्रति उपलब्ध कराई गई वहीं समस्त विशिष्ट जनों के साथ शिक्षकों का ग्रुप फोटो भी कराया गया।
इन कार्यों के आधार पर मिला राज्य पुरुस्कार
भोजराम पटेल के द्वारा विद्यालय परिवेश को स्वच्छ सुंदर हरितिमा से परिपूर्ण बनाने के लिए विभिन्न संस्थाओं संगठनों के सहयोग से विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं की सहभागिता में एनएसएस स्वयंसेवकों को लेकर सघन वृक्षारोपण कार्य किया गया है। वॉल पेंटिंग के माध्यम से स्कूल परिवेश को आकर्षक स्वरूप देने का प्रयास किया गया है। श्री पटेल छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु प्रयत्नशील रहने के साथ विद्यालय के भौतिक संसाधन के लिए सक्रिय रूप से भूमिका निभाते हैं, जरूरतमंद एवं अभावग्रस्त विद्यार्थियों को यथासंभव सहयोग करने के साथ साथ इनके द्वारा विभिन्न समसामयिक विषयों पर स्थानीय एवं प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में आलेख सामग्री व पत्र पत्रिकाओं का प्रकाशन, विभिन्न संस्थाओं द्वारा प्रदत्त सम्मान, इत्यादि के मापदण्ड पर राज्यपाल पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। ज्ञात हो कि पिछले 5 वर्षों के शैक्षणिक रिकार्ड, परीक्षा परिणाम, विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के प्रयास, अध्यापन की शैली विद्यालय में जन जागरूकता से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन, छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास में भूमिका, पालकों से संपर्क, शासकीय योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन जैसे अहम विषय बिंदुओं को लेकर पहले जिला स्तर फिर राज्य स्तर पर मूल्यांकन समिति द्वारा निर्धारित मापदंडों को पूरा करने के बाद ही राज्य शिक्षक पुरस्कार हेतु चयन किया जाता है।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं भोजराम पटेल
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तारापुर में पदस्थ अर्थशास्त्र के व्याख्याता भोजराम पटेल बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं इससे पूर्व 2020 में वे राष्ट्रीय सेवा योजना के उत्कृष्ट कार्यक्रम अधिकारी के रूप में भी राज्य स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं। उनकी संस्था हायर सेकेंडरी स्कूल तारापुर को 2021 में राज्य स्तर पर श्रेष्ठ रासेयो संस्था के रूप में एनएसएस का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। भोजराम पटेल डाक विभाग द्वारा आयोजित पत्र लेखन प्रतियोगिता 2020-21 में रायपुर मंडल के अंतर्गत प्रथम स्थान प्राप्त कर 25000 रु.का नगद पुरस्कार भी प्राप्त कर चुके हैं। इससे पहले श्री भोजराम पटेल जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने उत्कृष्ट कार्य एवं गतिविधियों के लिए सम्मानित हुए हैं। गीत संगीत गायन व साहित्य सृजन, चित्रकला में आपकी विशेष अभिरुचि है। अध्ययन काल के दौरान युवा उत्सव में आपको चित्रकला विधा में मध्यप्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। इनके द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर उड़ान पत्रिका एवं शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय के प्रकाशन में शहीद नंदकुमार पटेल स्मृति ग्रंथ एवं अन्य पत्रिकाओं के संपादन का दायित्व निभाया जा चुका है। इन दिनों आपके द्वारा संपादित पुस्तक ”प्रेरणा” सरकारी स्कूल कैसे बने असर कारी, का प्रकाशन किया गया। इसका लोकार्पण स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर रायपुर में किया गया।भोजराम पटेल विभिन्न सांस्कृतिक एवं शासकीय कार्यक्रमों आयोजनों के कुशल मंच संचालक भी हैं। रायगढ़ मानस मंच के माध्यम से भोजराम पटेल श्री रामचरितमानस के कथा वाचन एवं गायन में भी ग्रामीण अंचलों में विशेष रूप से परिचित है। मूलत: ग्राम खिचरी विकासखंड बरमकेला निवासी भोजराम पटेल के दो पुत्र भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट कृपासिंधु पटेल (हेलीकॉप्टर पायलट ) एवं सब लेफ्टिनेंट मनीष पटेल अपनी सेवा दे रहे हैं जो गर्व का विषय है।