भिलाई। छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने भिलाई में पहला एनकाउंटर किया है। भिलाई क्राइम ब्रांच की टीम ने निगरानी बदमाश अमित जोश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। एसीसीयू की टीम पकडऩे गई थी, तभी आरोपी ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में 3 गोलियां लगने से अमित जोश मारा गया है। मामला भिलाई नगर थाना क्षेत्र का है।
अमित जोश भिलाई के ग्लोब चौक में हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी है। 35 हजार का इनाम भी था। वह 4 महीने से फरार था। पुलिस को उसके भिलाई आने की खबर मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की घेराबंदी की। आरोपी पर 35 से ज्यादा केस दर्ज हैं।
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि अमित जोश कुख्यात बदमाश था। किसी पर भी चाकू, छूरी और गन से हमला कर देता था। जुलाई 2024 में रात करीब डेढ़ बजे 3 लोगों को गोली मारी थी। हमले में 2 लोग घायल थे। वारदात के बाद आरोपी फरार था। स्क्क ने बताया कि पुलिस आरोपी पर लगातार नजर बनाकर रखी थी। इसी बीच पता चला कि आरोपी पिछले 3 दिनों से भिलाई में है। आरोपी को पकडऩे के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई। आरोपी के ठिकाने पर छापेमारी की गई। लॉज से लेकर हर जगहों पर तलाशी की गई।
इस दौरान पुलिस और आरोपी की जयंती स्टेडियम के पास आमना सामना हो गया। आरोपी ने पुलिस की एक टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली आरोपी के पैर में लगी। इस दौरान आरोपी भागते हुए भी पुलिस पर फायरिंग कर रहा था। जवाबी फायरिंग में 3 गोलियां लगी हैं, जिससे उसकी मौत हो गई।
जवाबी कार्यवाही में हुआ एनकाउंटर
क्राइम डीएसपी हेम प्रकाश नायक ने बताया, अमित जोश भिलाई के ग्लोब चौक में हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी है. वह बीते कई महीनों से फरार था. पुलिस को उसके भिलाई आने की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने तैयारी करते हुए आरोपी की घेराबंदी की। जयंती स्टेडियम के पीछे जब सिपाहियों ने अमित को घेरा तो उसने दो सिपाहियों पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद अतिरिक्त बल बुलाकर आरोपी की घेराबंदी करते हुए जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान आरोपी अमित ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई. फायरिंग के दौरान क्राइम डीएसपी हेम प्रकाश नायक की गाड़ी में गोली लगी है।
गोलीकांड की पूरी कहानी
25 जून को आरोपी अमित जोश की एनिवर्सरी थी। देर रात 1-2 बजे के बीच पार्टी करने के बाद जोश और उसका एक साथी बाइक से घूमने निकले थे। जैसे ही ग्लोब चौक के आगे पहुंचे उन्हें बाइक पर तीन लडक़े दिखे। सभी लोग शराब के नशे में थे। इसी दौरान गाली-गलौज करने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि, अमित जोश ने तीनों लडक़ों पर तीन राउंड फायरिंग कर दी। इस हमले में सुनील यादव और आदित्य सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस को देखते ही आरोपी ने की फायरिंग
इस दौरान बदमाश अमित जोश ने पुलिस जवानों को देखते ही उन पर फायरिंग कर दी। इस दौरान पुलिस ने उसे फायरिंग नहीं करने की चेतावनी दी, लेकिन वह लगातार गोलियां बरसता रहा, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।
अलग-अलग थाने में 35 केस
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक भिलाई सेक्टर-6 निवासी अमित जोश निगरानी बदमाश है। उसके खिलाफ दुर्ग-भिलाई के अलग-अलग थानों में मारपीट और गंभीर अपराधों में करीब अलग-अलग थाना क्षेत्र में 35 केस दर्ज हैं। इसमें 25 भिलाई नगर थाने में एफआईआर, 4 सुपेला, 1 दुर्ग कोतवाली, नेवई थाना, कुर्सीपार 1, पदमनाभपुर में 2 एफआईआर हैं।
बीएसपी क्वॉर्टर में कब्जा करना था मूल काम
अमित जोश और स्टालिन ग्रुप दोनों भिलाई नगर एरिया में सक्रिय हैं। इनका मूल काम बीएसपी क्वॉर्टर्स पर कब्जा कर उन्हें किराए पर चढ़ाना है। इससे यह लोग काफी अच्छी कमाई कर लेते हैं। इनके डर से बीएसपी के अधिकारी भी कार्रवाई करने से डरते हैं।
कैसे हुई यह वारदात
विश्रामपुर निवासी रमनदीप सिंह अपने दोस्त सुनील यादव और आदित्य सिंह से मिलने भिलाई आया था। सुनील यादव टेकीकॉम कंपनी का कर्मचारी है। आदित्य सिंह उड़ान अकादमी में पीएससी की तैयारी कर रहा है। रमनदीप के आने की खुशी में तीनों ने पार्टी की, फिर आधी रात को ग्लोब चौक से बाइक से घूमने निकले थे, इसी दौरान घटना हुई है।
अपराध पर जीरो टॉलरेंस : साय सरकार का पहला एनकाउंटर
डीएसपी नायक की टीम ने कुख्यात बदमाश अमित जोश को किया ढेर, एसपी बोले- भागते हुए पुलिस पर चलाई गोली, जवाबी फायरिंग में पुलिस ने मार गिराया, 35 हजार का ईनामी था बदमाश, 35 से ज्यादा दर्ज हैं केस



