रायगढ़। जिंदल कंपनी के खिलाफ एक बार फिर से मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ब्लैक लिस्टेड मजदूरों को काम में वापस रखने की मांग को लेकर उन्होंने अपना विरोध जताया। जहां कई घंटों बाद फैक्ट्री के अधिकारियों के साथ उनकी बैठक हुई।
रविवार की सुबह किरोड़ीमल नगर आजाद चैक के पास जिंदल फैक्ट्री के सामने में पूर्व में काम कर रहे मजदूरों की भीड़ जमा हो गई। यहां मजदूर अपनी पुरानी मांग को लेकर विरोध जताने लगे। मजदूरों ने कहा कि साल 2023 के नवंबर में पेमेंट और ड्यूटी का समय निर्धारित करने की मांग कर रहे थे। तब जो मजदूर विरोध में शामिल थे। उसमें से करीब 130 मजदूरों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था।
जिसके बाद फिर से मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया और ब्लैक लिस्टेड मजदूरों को काम में रखने की मांग की थी। इसके बाद जिंदल फैक्ट्री के अधिकारियों ने उनकी मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक वह मांग पूरी नहीं हुई। जिसके कारण आज फिर से मजदूरों ने अपना विरोध शुरू कर दिया। दोपहर डेढ़ बजे के बाद अधिकारियों के साथ उनकी बैठक हुई। जिसमें सहमति बनने की बात अधिकारी कह रहे हैं।
आर्थिक समस्या से जूझ रहे
किरोड़ीमल के भाजपा नेता मनीष शर्मा ने बताया कि करीब 130 मजूदरों को ब्लैक लिस्टेड किया गया। कोई भी ठेकेदार उन्हें जिंदल फैक्ट्री में काम पर नहीं रख रहा है। ऐसे में उन्हें कई तरह की आर्थिक समस्याएं झेलनी पड़ रही है। साथ ही बताया उनकी पूर्व में ड्यूटी का समय निर्धारित और गेट पास में पदनाम लिखने की भी मांग थी।
मजदूरों ने प्रदर्शन समाप्त किया
जिंदल कंपनी के पीआरओ महाप्रबंधक हेमंत वर्मा ने बताया कि मजदूरों के साथ बैठक हुई है। जिसके बाद समझौता हो गया है और मजूदरों ने अपना विरोध समाप्त कर दिया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में जिन 130 मजूदरों को ब्लैक लिस्टेड किया गया था। उन्हें वापस काम में रखने की मांग थी।
जिंदल प्रबंधन के खिलाफ मजदूरों का प्रदर्शन
ब्लैक लिस्टेड वर्कर्स को काम पर रखने की मांग, अधिकारी बोले- समझौता हो गया
