सुषमा, शांता और जानकी के बीच कांटे की टक्कर
रायगढ़। रायगढ़ जिले का लैलूंगा विधान सभा का क्षेत्र आरक्षित सीट है और यहां से कोई भी प्रत्याशी लगातार नहीं आया है। बीते कुछ समय से चेहरा बदलने का ट्रेंड चल रहा है। इसे लेकर कांग्रेस से ज्यादा भाजपा गंभीर है। भाजपा कोर कमेटी लैलूंगा से प्रत्याशी चयन को लेकर एक -एक कदम फूंक -फूंक कर चल रही है। और भाजपा के द्वारा लैलूंगा विधान सभा में महिला प्रत्याशी को ही चेहरा बनाने की तैयारी में है जिसमें जानकी राठिया तेजी से उभर कर सामने आई हैं और उनका सीधा मुकाबला सुषमा खलखो, शांता साय से है।
लैलूंगा विधान सभा में भाजपा प्रत्याशी के लिए कई दावेदार हैं। जिसमें देवेंद्र प्रताप सिंह जिला पंचायत सदस्य, सुषमा खलखो, जागेश सिदार, जानकी राठिया, शांता साय सहित युवा भाजपा नेता रवि भगत का भी नाम लिया जाता है। इनके अलावा लैलूंगा के पूर्व विधायक और पूर्व संसदीय सचिव सुनीति और सत्यानंद राठिया भी दौड़ में है। और इन्हे प्रबल दावेदारों में देखा और माना जा रहा है। लैलूंगा में भाजपा महिला प्रत्याशी पर दांव खेले इसकी ज्यादा उम्मीद है और महिला प्रत्याशियों पर ही मुहर लग सकती है। ज्यादातर दावेदार प्रत्याशियों में पुराने चेहरे हैं। दावेदारों की दौड़ में एक नया चेहरा जानकी राठिया अध्यक्ष सरपंच संघ तमनार है जो तेजी से उभरा और भाजपा के प्रदेश पटल पर सुर्खियां बटोरने वाला चेहरा बन गया भले ही इन्हे टिकट मिले या न मिले लेकिन लैलूंगा विधान सभा से बतौर भाजपा प्रत्याशियों की दौड़ में अग्रिम पंक्ति की दावेदारों में गिना जा रहा है।
बता दें की जानकी राठिया लैलूंगा विधान सभा के तमनार ब्लॉक से आती हैं और स्थानीय आदिवासियों के बीच काफी लोकप्रिय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर जानी पहचानी जाती है। जल जंगल जमीन बचाने ग्रामीणों के आंदोलन की एक प्रमुख अगुवा सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर एक जाना पहचाना नाम और चेहरा है। जानकी राठिया कंवर आदिवासी समाज से आती हैं और 3 हजार से अधिक आदिवासियों का प्रतिनिधित्व करती हैं। और दो बार की सरपंच और सरपंच संघ की सरपंच संघ की अध्यक्ष और प्रदेश सरपंच संघ में भी प्रमुख पद पर हैं, पार्टी से जुड़ी हुई किंतु क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर ज्यादा मशहूर रहने वाली जानकी राठिया ने इस बार लैलूंगा विधान सभा से बतौर भाजपा प्रत्याशी दावेदारी प्रस्तुत किया। खास बात ये है की लैलूंगा विधान सभा से उनकी मजबूत दावेदारी के समर्थन में अपना एक बायोडाटा उनके कामों की उपलब्धि के साथ स्थानीय पंचायत और ब्लॉक स्तर पर चलाए जाने वाली योजनाओं का उल्लेख करते हुए ब्लॉक, मंडल जिला और प्रदेश स्तर तक के सभी नेताओं से मुलाकात कर दावेदारी का समर्थन मांगा है। जानकी राठिया को भाजपा की शांता साय, जागेश सिदार, सुषमा खलखो, देवेंद्र प्रताप सिंह के अलावा भाजपा के दिग्गज नेता सत्यानंद राठिया, सुनीति राठिया से मुकाबला है। बता दें की सुषमा खलखो की पिछले चुनाव में भी लैलूंगा विधान सभा से प्रबल दावेदारी थी, लेकिन टिकट नहीं मिला और इस बार उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इन सबके बीच भाजपा के रानीतिक गलियारे से जो बात निकल कर आ रही है उसमें जानकी राठिया, शांता साय, सुषमा खलखो तीन में से किसी एक पर मंथन कर रही है राजनीतिक गलियारों से निकल कर आई खबर के अनुसार सुनीति राठिया पर भाजपा इस बार दांव लगाने के मूड में नहीं है भाजपा लैलूंगा से किसी फ्रेस चेहरे की तलाश में है जिसमे जानकी राठिया फिट बैठ रही है। अब देखना है की राजनीतिक उंट किस करवट बैठता है। जानकी राठिया का टक्कर शांता साय और सुषमा खलखो से करना होगा क्योंकि सुषमा खलखो का पार्टी स्तर पर अच्छी पकड़ मानी जाती है और महिला भाजपा सहित प्रदेश भाजपा में भी उनकी अच्छी पैठ है इसी तरह शांता साय भी फ्रेश चेहरा और सुषमा खलखो भी दावेदारों में फ्रेस चेहरा है, लेकिन जहां तक जानकी राठिया की बात है तो उनके पीछे आदिवासी समुदाय का एक बड़ा वर्ग हमेशा उनकी एक आवाज पर खड़ा होता है तमनार ब्लॉक की एक जुझारू कर्मठ नेता के रूप में एक बड़ा चेहरा है जो भावी दावेदारों की होड़ में सबसे आगे निकल सकती हैं।