सारंगढ़। प्रदेश में राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के पहल ‘‘प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण’’ के माध्यम से ऐसे पात्र वनवासी हितग्राहियों का चयन कर पक्का मकान बना कर दिया जा रहा है। सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के गोमर्डा अभ्यारण के वनांचल कनकबीरा और आश्रित ग्रामों के नारद खुडिय़ा, श्रीमती गायत्री यादव, देवानंद खुडिय़ा जैसे कई पीएम आवास हितग्राही परिवार हैं जिनका ‘‘प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण’’ के तहत पक्का मकान, बनाया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले कच्चे मकान होने से उन्हें दिन-रात जंगली हाथी का भय बना रहता था। अब पीएम आवास हो जाने से एक सुरक्षा कवच बन गया है। हितग्राही श्री नारद ने कहा कि हम लोग सरकार के मदद के बिना पक्का मकान नहीं बना सकते थे। सरकार के सहयोग से हमारा पक्का मकान बना है। पहले कच्चा मकान होने पर हर साल खपरैल वाले छत में बंदर के आने से खपरैल टूट जाते थे तो उसको बदलना पड़ता था। अब पक्का मकान हो जाने से बंदर से कोई नुकसान नहीं है। कनकबीरा की पीएम हितग्राही परिवार की श्रीमती गायत्री यादव कहती हैं कि यह वनांचल क्षेत्र जंगली हाथी प्रभावित क्षेत्र है। पीएम आवास योजना से पक्का मकान बन जाने से अब भय नहीं रहता है।
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सरसीवां तहसील के ग्राम पंचायत गाताडीह के आश्रित ग्राम अमलीडीह निवासी दिव्यांग श्री बाबूलाल मानिकपुरी अपने बातों का उच्चारण सही ढंग से नहीं कर पाते। परन्तु राज्य सरकार ने आवास की मांग, जरूरत को समझा और पीएम आवास योजना ग्रामीण से उनको लाभ दिया। दिव्यांग श्री बाबूलाल के लिए पीएम आवास केंद्र और राज्य सरकार का बड़ा सहयोग है। सरकार के सहयोग से उनके लिए उनका पीएम आवास बना है जिससे वे संतुष्ट हैं। श्री बाबूलाल बताया कि वर्ष 2007 के आसपास ओंकारेश्वर मध्यप्रदेश के जेपी कंपनी में वे श्रमिक का काम करते थे, तब उनके पैर में कैंसर हो गया, जिनकी वजह से उनके पैर को काटना पड़ा और वह सामान्य से दिव्यांग हो गए। उनके घर में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। अमलीडीह गांव की बस्ती में पुराने घर में वे रहते थे। अब वह अपने नए घर में रहने लगे। घर के पास एक छोटे से ठेला में कुरकुरे बिस्किट आदि बिक्री कर अपनी आजीविका चलाते हैं। यदि सरकार उनके आवास के लिए सहयोग नहीं करते तो उनके जीवन में आवास की समस्या बनी रहती।
हितग्राहियों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को प्रधानमंत्री आवास प्रदान करने के लिए आभार और धन्यवाद व्यक्त किया।
हाथी प्रभावित वनांचल क्षेत्र में पीएम आवास बना हितग्राहियों के लिए सुरक्षाकवच
सारंगढ़-बिलाईगढ़। वनांचल में हाथी का विचरण और पीएम आवास दोनों वनवासियों के जीवन में चर्चा का विषय बना रहता है। वनवासी जिनके मिट्टी से बने कच्चे घर में महुआ, धान, चावल की खोज में हाथी आते हैं और घर को तोडक़र महुआ, धान चावल को खा जाते हैं। इससे लोगों में जान का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के माध्यम से ऐसे पात्र वनवासी हितग्राहियों का चयन कर राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से प्रधानमंत्री आवास योजना का पक्का मकान बना कर दिया गया, जिससे वनांचल के ऐसे ग्रामीण अपनी जान माल और धान चावल की सुरक्षा करते हुए अपने दैनिक सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के गोमर्डा अभ्यारण के वनांचल कनकबीरा और आश्रित ग्रामों में यह जीवंत उदाहरण है। कनकबीरा गांव में नारद खुडिय़ा, गायत्री यादव, देवानंद खुडिय़ा जैसे कई पीएम आवास हितग्राही परिवार हैं जिनका पक्का मकान, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बनाया गया है। इन ग्रामीणों से बातचीत करने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को, पीएम आवास प्रदान करने के लिए आभार और धन्यवाद व्यक्त किए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि पहले कच्चे मकान होने से उन्हें दिन-रात हाथी के भय का चिंता लगा रहता था अब पीएम आवास हो जाने से उनके जान बचाने के लिए एक सुरक्षा कवच बन गया है। हितग्राही नारद ने कहा कि हम लोग सरकार के मदद के बिना पक्का मकान नहीं बना सकते थे। सरकार के सहयोग से हमारा पक्का मकान बना है। पहले कच्चा मकान होने पर हर साल खपरैल वाले छत में बंदर के आने से खपरैल टूट जाते थे तो उसको बदलना पड़ता था। अब पक्का मकान हो जाने से बंदर से कोई नुकसान नहीं है। कनकबीरा की पीएम हितग्राही परिवार की गायत्री यादव कहती हैं कि यह वनांचल क्षेत्र हाथी प्रभावित क्षेत्र है। पीएम आवास योजना से पक्का मकान बन जाने से अब भय नहीं रहता है। जिले में अब तक 44 हजार 914 पीएम ग्रामीण आवास निर्मित हो चुके हैं, जिसमें तीनों ब्लॉक सारंगढ़, बिलाईगढ और बरमकेला के वनांचल क्षेत्र भी शामिल है।
वनांचल क्षेत्र में पीएम आवास बना हितग्राहियों का सुरक्षाकवच
प्रधानमंत्री आवास योजना से दिव्यांग बाबू लाल के सपनों को मिला नया आयाम
