रायगढ़। जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजन के पर्स से रुपए चोरी होने की घटना सामने आई है, हालांकि यहां हर हमेशा चोरी होती रहती है, जिसकी जानकारी अधिकारियों को भी है, लेकिन इसके बाद भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई खास पहल नहीं हो पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों जिला अस्पताल परिसर असमाजिक तत्वों के लिए अड्डा बन गया है। यहां दिन में तो कम लेकिन शाम होते ही इनका जामावड़ा शुरू हो जाता है, जिससे कुछ वार्ड को शाम होते ही बंद कर दिया जाता है, लेकिन कई वार्डों में हमेशा आना-जाना लगे रहने के कारण खुला रहता है, जिससे आए दिन चोरी की घटनाएं सामने आ रही है। वहीं धरमजयगढ़ क्षेत्र की प्रेम कुमारी बाई विगत सप्ताहभर पहले आंख के आपरेशन के लिए जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। जिससे उसके देख-रेख के लिए उसके परिजन भी यहां रुके हुए थे। ऐसे में बुधवार को शाम को आई वार्ड के बाहर से उसके परिजन के पर्स में रखे तीन हजार रुपए की चोरी हो गई। कुछ देर बाद जब उसने अपने रुपयों की खोजबीन शुरू की तो नहीं मिला, जिससे सीसी टीवी कैमरे की जांच कराने का प्रयास किया, लेकिन पता चला कि आई वार्ड के पास कोई सीसी टीवी कैमरे लगा ही नहीं है। जिससे कौन चोरी किया इसका खुलासा नहीं हो पाया। वहीं सप्ताहभर पहले भी मेल मेडिकल वार्ड से एक मरीज का रात में मोबाइल पार हो गया। वहीं बताया जा रहा है कि यहां रात होते ही बाहरी व्यक्तियों का आवागमन बढ़ जाता है, जिसके चलते यहां हर हमेशा चोरी की घटनाएं हो रही है। हालांकि इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भी है, लेकिन इसके बाद भी कोई ठोस पहल नहीं हो रहा है, जिसका खामियाजा मरीज व परिजनों को भुगतना पड़ रहा है।
नहीं है सुरक्षा के पर्याप्त व्यवस्था
गौरतलब हो कि जिला अस्पताल में रात के समय मात्र चार सिक्यूरिटी गार्ड ड्यूटी करते हैं, लेकिन ये भी कुछ देर के बाद नदारद हो जाते हैं। जिसके चलते रात के समय यहां बाहरी व्यक्ति आसानी से वार्ड तक पहुंच जा रहे हैं, और चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
चोरों व उठाईगिरों का अड्डा बना जिला अस्पताल
हर दो-चार दिन में हो रही चोरी के घटनाएं
