रायपुर। राजधानी के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रह्लाद राय अग्रवाल पर गोली चलाई गई है। बताया जा रहा है कि 2 बार फायरिंग की गई, जिसमें एक हवा में और दूसरी गोली कार पर की गई है, जो शीशे पर लगी। आशंका जताई जा रही है कि लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग ने अटैक किया है। घटना के विरोध में दीपक बैज ने कहा है कि सरकार अयोध्या में है और यहां गोलीबारी चल रही है। 24 जुलाई को विधानसभा घेरेंगे। बताया जा रहा है कि वारदात को कारोबारी को डराने के लिए किया गया है, जिससे वह लेवी की रकम ले सकें। वारदात किन लोगों ने और क्यों की है फिलहाल पता नहीं चल पाया है। वारदात सुबह 11 बजे हुई है। अग्रवाल का ऑफिस तेलीबांधा क्षेत्र के उद्योग भवन के पास है। भागते वक्त बाइक सवार शूटरों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है।
वारदात से पहले की रेकी
जानकारी के मुताबिक, दोनों शूटर कारोबारी पर हमला करने के लिए नेशनल हाईवे पर महावीर नगर चौक में कारोबारी के ऑफिस के बाहर रेकी कर रहे थे। वह बाइक से काफी देर से प्रह्लाद अग्रवाल के ऑफिस आने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही कारोबारी कार से पहुंचे, शूटर तेजी से कार के करीब आए, फिर गोली चला दी। वारदात के तरीके से लग रहा है कि कि शूटरों का मकसद केवल कारोबारी को डराने का था। जिस वजह से उन्होंने पहली गोली कार पर फिर दूसरी गोली हवा में फायर की। फिलहाल पुलिस को आशंका है कि शूटर घटना के बाद मंदिर हसौद की तरफ भागे हैं। पुलिस ने शहर के चारों तरफ नाकेबंदी कर दी।
कोयला कारोबारी के ऑफिस में गोली चलाने वाले आरोपियों की बाइक बरामद
झारखंड की है गाड़ी, अमन गैंग पर शक
राजधानी में दिनदहाड़े थाने के नजदीक कोयला कारोबारी के ऑफिस में गोली चलने से पुलिस महकमे में हडक़ंप मच गया है. आरोपियों को पकडऩे पुलिस ने पूरे शहर में नाकेबंदी की है. वहीं गोली चलाने वाले युवकों की बाइक को तेलबांधा क्षेत्र से बरामद कर लिया गया है. यह गाड़ी झारखंड की है. आशंका जताई जा रही है कि अमन साहू गैंग ने फायरिंग की है।
2 बाइक सवार फायरिंग करते दिखे : एएसपी
रायपुर एडिशनल एसपी लखन पटले के मुताबिक पचपेड़ी नाके से तेलीबांधा के बीच सर्विस रोड पर कारोबारी के ऑफिस के सामने 2 बाइक सवार फायरिंग करते हुए दिखाई दिए हैं। नाकेबंदी कर जांच की जा रही है।
बाइक छोडक़र फरार हुए शूटर
फायरिंग के बाद तेलीबांधा चौक के पास अनुपम नगर की ओर जाने वाले रास्ते पर शूटर अपनी बाइक रोड के किनारे खड़ी कर फरार हो गए। उन्हें यह पता था कि वे बाइक के साथ भागेंगे तो पुलिस नाकेबंदी कर गिरफ्तार कर लेगी। फिलहाल वारदात में जो बाइक इस्तेमाल हुई है, वह झारखंड नंबर पासिंग की है। पुलिस को आशंका है कि यह बाइक चोरी की भी हो सकती है। साथ ही इसमें फेक नंबर प्लेट भी लगी हो सकती है। पुलिस ने फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से बाइक से कुछ फिंगर प्रिंट लिए हैं। इसके अलावा आसपास के और भी सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। पुलिस को शक है कि फायरिंग के बाद शूटर इन 3 तरीकों से भागे होंगे पहली थ्योरी के मुताबिक शूटरों ने बाइक खड़ी कर किसी दूसरी बाइक या कार में सवार हुए होंगे। जिससे गाड़ी बदलते ही वह आसानी से पुलिस को गुमराह कर सके। इसके लिए उन्होंने पहले से दूसरी गाड़ी का इंतजाम किया गया होगा। इसके अलावा संभावना यह भी है कि उन्होंने जिले के बाहर निकालने के लिए नेशनल हाईवे की जगह किसी गांव के भीतर अंदरुनी रास्ते को चुना होगा। दूसरी थ्योरी के मुताबिक चूंकि घटनास्थल नेशनल हाईवे पर स्थित है। वहां से हर 5 मिनट में इंटरस्टेट बस भी मिलती है। लंबे रुट की बड़ी सवारी बसे बिना रुके तेजी से रायपुर के बाहर 40-45 मिनट में निकल जाती है। घटना की सूचना मिलने और फिर मौके में जाकर शुरुआती पूछताछ कर उच्चाधिकारियों को नाकेबंदी के आदेश देने में भी करीब घंटेभर से ज्यादा का वक्त लग जाता है। तीसरी थ्योरी के मुताबिक आरोपियों के शहर या आसपास छिपे होने की भी संभावना है। लॉरेंस और अमन साहू जैसे बड़े गैंग के शूटर ये बात जानते हैं कि फायरिंग होते ही पुलिस सबसे पहले जिले के सभी बॉर्डर एरिया को सील करेगी। फिर गाडिय़ों की कड़ी चेकिंग की जाएगी। इस वजह से शूटर वारदात को अंजाम देकर शहर में ही किसी ठिकाने पर अंडरग्राउंड हो सकते हैं। कुछ दिनों बाद मामला ठंडा होते ही उनका जिले से भागना आसान होगा।
दिनदहाड़े कोयला कारोबारी पर हुई फायरिंग
लॉरेंस और अमन साहू गैंग पर आशंका
