रायपुर। रायपुर पुलिस ने महादेव सट्टा ऐप केस में 24 घंटे के अंदर 9 लोगों की गिरफ्तारी की है। एक दोस्त ने अपने दोस्त का बैंक अकाउंट खुलवाकर महादेव सट्टा के कारोबार में लगा दिया। जब व्यक्ति ने अपने खाते में करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन देखा तो वह हड़बड़ा गया। इसके बाद उसने थाने में इसकी सूचना दी।
रायपुर पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल के बाद पुणे के एक आलीशान फ्लैट में रेड मारकर छत्तीसगढ़ के 4 युवकों समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को इनके पास से करोड़ों रुपए के लेनदेन की जानकारी मिली है। मौदहापारा थाने में दशरथ निषाद नाम के व्यक्ति ने स्नढ्ढक्र दर्ज करवाया कि फूल चौक के पास रहता है। वह प्राइवेट कंपनी में काम करता है। उसके दोस्त मोहित विश्वकर्मा ने कहा कि उसे एक बैंक अकाउंट की जरूरत है, जिसके बाद दशरथ ने अपने डॉक्यूमेंट से एक बैंक अकाउंट खुलवाकर मोहित को दे दिया। मोहित ने अकाउंट का एटीएम, चेकबुक और पासबुक को खुद के पास रख लिया।
30 अप्रैल को मोहित ने दशरथ को कहा कि उसका बैंक अकाउंट फंस गया है। उसे वह बंद करवाना चाहता है। इस बीच मोहित ने उसके डॉक्यूमेंट से एक मोबाइल सिम भी खरीद लिया। कुछ दिनों बाद दशरथ को शक हुआ। उसने जांच पड़ताल की तो अकाउंट से करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन दिखा। तो उसके होश उड़ गए। फिर पूरा मामला पुलिस थाने पहुंचा।
शातिर तरीके से पैनल चला रहे थे
मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल की तो उसे अकाउंट से महादेव और रेड्डी अन्ना ऐप से जुड़े करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन मिले, जो पुलिस महाराष्ट्र के पुणे के एक आलीशान फ्लैट से हुए थे। पुलिस ने रेड कार्रवाई की, जिसके बाद फ्लैट से दुर्ग के 4 युवकों समेत 5 लडक़ों को गिरफ्तार किया गया। आरोपी पूरा सिस्टम बनाकर सट्टा एप के एक पैनल को ऑपरेट कर रहे थे।
इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
मामले में पुलिस को 47 नग मोबाइल फोन, 6 नग लैपटॉप, 1 नग टैबलेट, 2 राउटर, 2 नग लैपटॉप चार्जर, 3 नग रजिस्टर, 20 नग पासबुक, 35 नग चेकबुक, 7 नग ऑनलाइन बैंकिंग किट और 56 नग ए.टी.एम. कार्ड मिला है। जब्त समान की कीमत करीब साढ़े 12 लाख रुपए है। फिलहाल पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। गुरुवार को गिरफ्तार हुए 5 आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने पुणे महाराष्ट्र के महालुंगे बानेर रोड स्थित इकोलाख सोसाइटी ब्लॉक 4बी के एक फ्लैट में भी रेड मारा। रेड कार्रवाई के दौरान फ्लैट में 4 व्यक्ति मौजूद थे, जो लैपटॉप व मोबाइल फोन के माध्यम से सेटअप तैयार कर ऑनलाइन सट्टा संचालित कर रहे थे। इन 4 सटोरियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 22 नग मोबाइल फोन, 3 नग लैपटॉप, 2 नग वाई-फाई, 12 नग पासबुक, 24 नग चेकबुक, 72 नग ए.टी.एम. कार्ड तथा सट्टा के पैसों का हिसाब का रजिस्टर करीब 5 लाख रुपए का माल बरामद किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास लगभग 200 बैंक खाताओं में लेन-देन करने संबंधी जानकारी प्राप्त हुई है, जिसकी विस्तृत जांच व विश्लेषण की जा रहीं है। तुषार शिवनकर पिता अशोक शिवनकर उम्र 24 साल निवासी जगमल चौक के पास टिकरापारा थाना तोरवा जिला बिलासपुर। करण सिंह पिता त्रिलोकी नाथ सिंह उम्र 26 साल निवासी एच.एस.सी.एल. कालोनी रूआबांधा थाना कोतवाली भिलाई जिला दुर्ग। शुभम सिंह पिता हरिकिशोर सिंह उम्र 24 साल निवासी एच.एस.सी.एल. कालोनी रूआबांधा थाना कोतवाली भिलाई जिला दुर्ग। कमल चक्रधारी पिता तिहारू राम चक्रधारी उम्र 22 साल निवासी मां भवानी चौक घासीदास नगर थाना जामुल भिलाई जिला दुर्ग। इस मामले को लेकर एंटी क्राइम यूनिट एएसपी संदीप मित्तल ने कहा कि पुलिस अकाउंट से हुए ट्रांजैक्शन की जांच कर रही है। फिलहाल ऐसे ही करीब 50 और खातों से करोड़ों रुपए के लेनदेन के सबूत मिले हैं। इस मामले में कई अन्य आरोपियों की खोजबीन की जा रही है जल्द और गिरफ्तारियां की जाएगी।
महादेव सट्टा ऐप केस : 24 घंटे में 9 गिरफ्तार
दोस्त के अकाउंट में कराया करोड़ों का ट्रांजैक्शन
