भिलाईनगर। वर्ल्ड स्टील को रिपोर्ट करने वाले 71 देशों की रिपोर्ट सार्वजिनक कर दी गई है। क्रूड स्टील प्रोडक्शन में चीन फिर पिछड़ गया है। भारत ने अच्छी बढ़त बनाई है,जबकि तीसरे नम्बर बरकरार जापान को भी नुकसान हुआ है। विश्व कच्चे इस्पात का उत्पादन मार्च 2024 में 161.2 मिलियन टन (एमटी) था, जो मार्च 2023 की तुलना में 4.3प्रतिशत कम है। एशिया और ओशिनिया ने 118.3 मिलियन टन का उत्पादन किया, जो 5.8 प्रतिशत कम है। यूरोपीय संघ (27) ने 4.3प्रतिशत कम होकर 11.6 मिलियन टन का उत्पादन किया। यूरोप, अन्य में 11.0प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3.9 मिलियन टन का उत्पादन हुआ।मध्य पूर्व में 4.0प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4.8 मिलियन टन का उत्पादन हुआ। उत्तरी अमेरिका में 1.4प्रतिशत की गिरावट के साथ 9.5 मिलियन टन का उत्पादन हुआ। रूस और अन्य सीआईएस + यूक्रेन ने 1.5प्रतिशत अधिक, 7.8 मिलियन टन का उत्पादन किया। दक्षिण अमेरिका में 0.2प्रतिशत की गिरावट के साथ 3.5 मिलियन टन का उत्पादन हुआ।चीन ने मार्च 2024 में 88.3 मिलियन टन का उत्पादन किया, जो मार्च 2023 में 7.8प्रतिशत कम है। भारत ने 7.8प्रतिशत अधिक, 12.7 मिलियन टन का उत्पादन किया।जापान ने 3.9प्रतिशत कम होकर 7.2 मिलियन टन उत्पादन किया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने 6.9 मिलियन टन का उत्पादन किया, जो मार्च 2023 के बराबर है। अनुमान है कि रूस ने 0.8प्रतिशत अधिक, 6.6 मिलियन टन का उत्पादन किया है। दक्षिण कोरिया ने 9.5प्रतिशत कम होकर 5.3 मिलियन टन उत्पादन किया। जर्मनी ने 8.4प्रतिशत अधिक, 3.5 मिलियन टन का उत्पादन किया। तुर्किये ने 18.0प्रतिशत अधिक, 3.2 मिलियन टन का उत्पादन किया। ब्राज़ील ने 5.6प्रतिशत अधिक, 2.8 मिलियन टन उत्पादन किया। ईरान ने 2.0प्रतिशत अधिक, 2.8 मिलियन टन उत्पादन किया।