रायगढ़। रायगढ़ के साहित्यकारो को सम्मानित करने का बीड़ा उठाये काव्य वाटिका पहुँची प्रसिद्ध साहित्यकार लोचन प्रसाद पाण्डेय की परपोती डा. मनीषा अवस्थी का सम्मान करने। डा. मनीषा एक विदुषी महिला है जो पेशे से एक शिक्षिका हैं और अपने दादा तथा नाना के साहित्यिक परिवार के मौहौल से अपनी लेखनी की प्रेरणा को अग्रसित करती हैं। 6 अप्रैल को देवांगन धर्मशाला के साफ सुथरे परिवेश में काव्य वाटिका द्वारा कार्यक्रम रखा गया। डा. मनीषा अपनी माता और पुत्र के साथ पहुंची थी उन्होंने अपने जीवन परिचय के साथ अपनी उत्कृष्ट कविता का पाठ किया वही उनकी माता श्री ने सुआ, विवाह गीत, और ददरिया गाकर साहित्य समाज को धन्य कर दिया। विधिवत् माता सरस्वती के पूजन पश्चात् मनीषा जी का सम्मान पुष्प गुच्छ, शाल ,श्री फल ,स्मृति चिन्ह्, और सम्मान पत्र देकर किया गया। संचालन आनंद सिंघनपुरी और गुलशन खम्हारी ने किया तथा काव्य वाटिका के संस्थापक सदस्य के अलावा बहुत से साहित्यकार उपस्थित हुऐ जिनमें मुख्य अतिथि प्रो. के के तिवारी और विशिष्ट अतिथि कमल बोहिदार, के साथ आशा मेहर किरण, सुधा देवांगन सुचि, मनोज श्रीवास्तव, स्वाति पंड्या, लोकेश गुप्ता, डा. विक्रांत गुप्ता, गुलशन खम्हारी प्रदुम्न, प्रभा पाण्डेय, रजनी वैष्णव, आरती मेहर, धरा देवांगन, जयंत यादव आदी है जिन्होंने अपनी श्रेष्ठतम रचनाओं का पाठ किया मुख्य आतिथ्य की आसंदी से तिवारी जी ने काव्य वाटिका की उपलब्धि पर बधाई और आशीर्वाद देते हुऐ कहा साहित्य के प्रति नि: स्वार्थ सेवा देकर काव्य वाटिका प्रति माह सम्मान करती है और एक मंच प्रदान कर युवा और वरिष्ठ साहित्यकारों का संगम कराती है इसके लिए बधाई की पात्र है। कार्यक्रम के अंत मे मनोज श्रीवास्तव जी ने आभार प्रदर्शित किया। साहित्यकारों को स्थान उपलब्ध कराने हेतु देवांगन धर्मशाला की संचालन समिति का हार्दिक आभार।
काव्य वाटिका का 22 वाँ सम्मान डा. मनीषा अवस्थी को

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lochan Gupta
