रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में जेल से छूटते ही कारोबारी अरविंद सिंह को एसीबी ने फिर गिरफ्तार कर लिया है। दो दिन पहले ही मंगलवार को हाईकोर्ट ने अरविंद सिंह को जमानत दी थी। करीब 10 महीने पहले ईडी ने अरविंद को दुर्ग से गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही वह जेल में बंद था।
दरअसल, 2161 करोड़ के शराब स्कैम मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के प्रतिवेदन पर एसीबी ने 70 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बताया जा रहा है कि इसी मामले में अरविंद सिंह से एसीबी पूछताछ करेगी। इसके लिए उसे कोर्ट में पेश किया गया है। एसीबी रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी।
बताया जा रहा है कि अंग्रेजी शराब खरीदने के लिए नए लाइसेंस बनाया गया था। यह लाइसेंस अरविंद सिंह के भतीजे अभिषेक सिंह के नाम भी था। अरविंद सिंह की पत्नी पिंकी सिंह अदिप अम्पायर की प्रोपराइटर है। अदिप अम्पायर का काम शराब की बोतलें सप्लाई करने का था। आरोप है कि ये सभी शराब घोटाले में सहयोगी रहे थे। ईडी की ओर से एसीबी में जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसमें अरविंद सिंह की पत्नी पिंकी सिंह का भी नाम शामिल है।
शराब घोटाले में अरविंद का क्या रोल है
कारोबारी अरविंद सिंह आबकारी विभाग के विशेष सचिव रहे अरुण पति त्रिपाठी का अघोषित असिस्टेंट बताया जाता है। शराब घोटाले मामले में अरविंद के परिवार के सदस्यों का भी इन्वॉल्वमेंट था। अरविंद पैसा कलेक्शन का काम करता था। उस पैसों को इधर से उधर ठिकाने तक पहुंचाता था।
श्मशान घाट से अरविंद को किया गया था गिरफ्तार
ईडी ने शराब घोटाले केस में फरार शराब कारोबारी अरविंद सिंह को दुर्ग के रामनगर मुक्तिधाम से 12 जून 2023 को गिरफ्तार किया था। अरविंद की माता कमला देवी का निधन हो गया था, उनके अंतिम संस्कार के लिए अरविंद पहुंचा था।कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक ढिल्लन, एपी त्रिपाठी और नितेश पुरोहित इस मामले में जमानत पर हैं।
जेल से छूटते ही कारोबारी अरविंद सिंह फिर गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : एसीबी कोर्ट लेकर पहुंची, 2 दिन पहले ही हाईकोर्ट ने दी थी बेल
