रायगढ़. विगत सप्ताहभर से मौसम साफ होने के बाद सुबह से निकल रही चिलचिलाती धूप के चलते लगातार अधिकतम तापमान में वृद्धि हो रही है, जिसके चलते गुरुवार को 37 डिग्री तापमान पहुंच गया था, जिससे दोपहर के समय कुछ देर के लिए सडक़े सूनी नजर आने लगी थी, वहीं बढ़ रहे गर्मी के चलते लोगों के सेहत पर भी इसका असर पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों सुबह से ही निकल रही चिलचिलाती धूप लोगों को हलाकान करने लगा है। साथ ही हर दिन अधिकतम तापमान में वृद्धि हो रही है, जिसके चलते विगत दो दिनों से जिले का तापमान 37 से 38 डिग्री तक जा रहा है, जिससे लोग अब अपने कार्य का रुटिन बदलते हुए सुबह-शाम घर से निकलने लगे हैं। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार दो दिन बाद द्रोणिका के चलते हल्की वर्षा होने की संभावना है। वहीं मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में मध्य क्षोभमंडल में 5.8 किलोमीटर ऊंचाई पर 73 डिग्री पूर्व में 28 डिग्री उत्तर तक स्थित है। इसके साथ ही एक द्रोणिका गंगेटिक पश्चिम बंगला से तमिलनायडू तक छत्तीसगढ़ होते हुए 0.9 किमी ऊंचाई पर बना हुआ है। ऐसे में देखा जाए तो मार्च माह के हिसाब से अधिकतम तापमान अपनी चरम सीमा में पहुंच चुका है। हालांकि अगले दो दिन बाद मामूली उतार-चढाव की स्थिति बने रहने की संभावना व्यक्ति की जा रही है। ऐसे में देखा जाए तो इस साल मार्च में ही गर्मी अप्रैल-मई की याद दिला रही है। जिससे वित दो दिनों से सुबह से ही तेज गर्मी का अहसास होने लगा है। साथ ही 15 मार्च को भी मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वहीं सुबह से ही चिलचिलाती धूप लोगों को परेशान करने लगी है, जिससे दोपहर बाद शहर का तापमान 37 से 38 डिग्री पर पहुंच रहा है। जिसके चलते दोपहर में शहर की सडक़ें सूनी नजर आने लग रही है। ऐसे में अब लोग मुंह-कान बांध कर निकल रहे हैं, ताकि गर्मी से बचा जा सके। इस संंबध में राहगीरों की मानें तो दिनों-दिन बढ़ रहे तापमान के चलते घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं। जिससे शहर की सडक़ों में सुबह-शाम ही ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं दोपहर के समय सडक़े खाली नजर आ रही है। साथ ही रात होते ही मौसम में हल्की ठंड होने के कारण सर्द-गर्म की शिकायत हो रही है। जिसके चलते लोगों के सेहत पर भी असर पड़ रहा है। ऐसे में डाक्टरों का कहना है कि मौसम को देखते हुए धूप से बचने की जरूरत है, नहीं तो उल्टी-दस्त की शिकायत हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम शुष्क होने के कारण अधिकतम तापमान अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है, लेकिन अगामी दो दिन बाद 16 से 19 मार्च तक की अवधि में द्रोणिका के चलते वज्रपात व ओलावृष्टि के साथ बारिश होने की संभावना है। साथ ही अंधड़ भी चलेगी, जिससे अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट हो सकती है।
लगातार बढ़ रहे तापमान से लोग होने लगे हलाकान
