रायगढ़। घरघोड़ा विकासखंड का एकमात्र सरकारी स्कूल शासकीय प्राथमिक शाला चारमार जो घने वनांचल के बीच शिक्षकों द्वारा शिक्षा का दीप जलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इसके परिणाम स्वरूप यहां शत प्रतिशत बच्चे स्पीड राइटिंग एवं स्पीड रीडिंग करने में माहिर हैं।
अंगना म शिक्षा माता उन्मुखीकरण एवं स्कूल रीडीनेस प्रोग्राम के तहत बच्चों को खेल खेल में सीखने, माता की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ‘अंगना में शिक्षा’ कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इसमें शिक्षक टिकेश्वर पटेल ने माता को बहुत सक्रियता से बच्चों की गतिविधि जैसे अक्षरों से शब्द ज्ञान, तीली से गिनने के लिए बंडल कुर्सी दौड़, आवाज पहचाना, गोटा खेल खिलाना जिसका उपयोग कर माताएं घर में अपने बच्चों को सीखने के लिए करेंगे।
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जाना जाता है यह स्कूल घनी वनांचलों के बीच में नेटवर्क के अभाव के कारण डिजिटल माध्यम से पढ़ा पाना अ असंभव था, लेकिन शिक्षक टिकेश्वर पटेल के अमूल चूल परिवर्तन से छत में वाई-फाई सेट कर विभिन्न मैथ्स ट्रिक्स के एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ा रहे हैं। जिससे बच्चों को आगे तक के कक्षाओं के गणित को आसानी से हल कर लें रहे है।
प्रतिभाओं की नर्सरी है यह स्कूलविभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु किराए में रहकर पढ़ते हैं बच्चे प्रतिभा को सही दिशा निर्देश और मार्गदर्शन मिले तो उन्नति के उतम शिखर को छू सकता है ऐसे ही बयां करता है, घरघोड़ा विकासखंड के शिक्षा अधिकारी सुंदरमणी कौंध, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक मनोज प्रधान एवम प्रधान पाठक उदेराम राठिया के सतत प्रेरणा एवम मार्गदर्शन से ग्रामीण क्षेत्र की शासकीय प्राथमिक शाला चारमार में पढ़ाने वाले शिक्षक टिकेश्वर पटेल के मेहनत एवं लगन के परिणाम अधिक बच्चों ने प्रतिभाएं देखने को मिलती। इस वर्ष जिले का एकमात्र विकासखंड जिन्होंने बच्चों के अधिकाधिक चयन हेतु नवोदय विद्यालय का प्री मॉडल टेस्ट पेपर लिया गया था। जिसमें पिछले वर्ष नवोदय विद्यालय में 6 छात्र छात्रा, एकलव्य विद्यालय प्रवेश परीक्षा में 7 छात्र /छात्राओं एवं सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में एक ही सरकारी स्कूल के 7 छात्र तथा जवाहर उत्कर्ष में 1 छात्रों ने पूरे जिले में टॉप कर इतिहास रचा।
जिले का एकमात्र सरकारी स्कूल जहां हर विकासखंड के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत
