रायगढ़। अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा, की इकाई अघोर आश्रम-घोघरी रोड डभरा जिला सक्ती में रविवार 21 जनवरी को 13 वें नि:शुल्क विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ। पिछले एक दशक के दौरान पहली बार स्वास्थ्य शिविर का वृहद आयोजन ट्रस्ट की निजी जमीन पर किया गया।
अघोर संत बाबा प्रियदर्शी राम के निर्देशन में निरंतर मानव सेवी गतिविधियां जारी है। यही वजह है कि ट्रस्ट के सभी आश्रम में चिकित्सा से जुड़ी सेवाओ की नि:शुल्क उपलब्धता से आस पास के ग्रामीणों को जीवन की मूलभूत आवश्यकता चिकित्सा का लाभ मिल रहा है।
डभरा स्थित ट्रस्ट की निजी जमीन में निर्मित 16 हजार वर्गफीट के विशाल पंडाल में आसपास के 114 गांवों से आए 4140 महिला, पुरुष व बच्चों ने अपना पंजीयन कतार बद्ध होकर कराया और 10 बजे पंडाल में अलग अलग कक्ष में मौजूद रोगों से संबंधित मरीजों का इलाज विशेषज्ञ चिकित्सकों ने किया। चिकित्सा के दौरान आवश्यकता पडऩे पर मरीजों के ब्लड प्रेशर शुगर सहित रक्त की जांच भी पैथोलौजी में की गई। पैथोलोजी रिपोर्ट देखने के बाद चिकित्सको ने आवश्यक दवाईया लिखी जिसे मरीजों ने कतारबद्ध होकर नि:शुल्क प्राप्त किया। छग मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव एशोसियेशन की रायगढ़ बिलासपुर इकाई के 40 सदस्यों टीम में बिलासपुर के आलोक शर्मा रायगढ़ के सीबी सिंह खगेश पटेल के नेतृत्व में नि:शुल्क दवा वितरण ने कमान संभाली । साथ ही केमिस्ट एसोसियेशन रायगढ़ 15 सदस्यो का टीम ने सुरेश अग्रवाल अजय अग्रवाल की अगुवाई में अनवरत सात घंटे तक दवा का वितरण जारी रखा। आश्रम की ओर से जरूरतमंदों को निशुल्क परामर्श के साथ दवाएं भी दी गईं। शिविर में रायगढ़, सक्ती, और जांजगीर-चांपा जिले के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मरीजों का इलाज किया। प्रात: पूज्य अघोरेश्वर के तैल चित्र की विधिवत पूजा अर्चना के बाद 9 से पंजीयन शुरू किया गया जो दोपहर 3 बजे तक जारी रहा। शाम 5.30 बजे तक चिकित्सक मरीजों की जांच करते रहे। चिकित्सकों के लिए पंडाल में अलग कक्ष बनाए गए थे। दिव्यांग और बुजुर्गों के पंजीयन के लिए अलग कतार बनाई गई ताकि उन्हें परेशानी का सामना नही करना पड़े। आश्रम के वॉलेंटियर्स सुबह से शाम तक शिविर में मौजूद रहे और गांव से आए लोगों की मदद की। पंडाल में हर व्याधि के मरीजों के लिए पंजीयन की अलग कतार थी। महिला और पुरुषों के लिए अलग कतार थी। रोड के बाहर यातायात व्यवस्था सुगम बनाने के लिए भी वालेंटियर लगे रहे।
डभरा स्वास्थ्य शिविर में 4110 मरीजों की हुई जांच
सुबह 9 से शाम 5 बजे तक पहुंचे 114 गांव के लोग, चार दर्जन विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने किया परीक्षण
