रायपुर। शराब घोटाले की जांच के बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने बेटे चैतन्य बघेल से मिलने सेंट्रल जेल पहुंचे। चैतन्य इस मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं। बुधवार दोपहर भूपेश बघेल अपने पूरे परिवार पत्नी, बहू और अन्य सदस्यों के साथ पहुंचे हैं, जिसके बाद से जेल परिसर के बाहर भी हलचल तेज हो गई। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की 61.20 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की थी। अटैच की गई संपत्तियों में 364 आवासीय प्लॉट और कृषि भूमि के टुकड़े शामिल हैं। ईडी ने यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की है।
ईडी ने यह जांच एसीबी ईओडब्ल्यू रायपुर द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू की थी। एफआईआर में आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धाराएं लगाई गई थीं। जांच में पता चला कि इस घोटाले से राज्य सरकार के खजाने को भारी नुकसान हुआ और करीब 2500 करोड़ रुपए की अवैध कमाई का खेल चला। ईडी की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि चैतन्य बघेल शराब सिंडिकेट के सर्वोच्च स्तर पर था। उसकी स्थिति और राजनीतिक प्रभाव के कारण वही पूरे नेटवर्क का नियंत्रक और फैसले लेने वाला व्यक्ति था। सिंडिकेट द्वारा इक_ा की गई अवैध रकम का हिसाब वही रखता था। कलेक्शन, चैनलाइजेशन और वितरण से जुड़े सभी प्रमुख फैसले उसके डायरेक्शन पर लिए जाते थे।
बेटे से मिलने सेंट्रल जेल पहुंचे पूर्व सीएम भूपेश बघेल
पूरा परिवार साथ में, 3 महीने से जेल में बंद है चैतन्य बघेल



