रायगढ़। ट्रैक्टरों के पहियों में कैजवील लगाकर चलाने से सार्वजनिक सडक़ों को होने वाली छती और हादसों की बढ़ती आशंका को लेकर छत्तीसगढ़ में परिवहन विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। इस मामले में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, रायपुर में दायर एक याचिका के बाद विभाग ने पूरे राज्य में ट्रैक्टरों की जांच के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। उक्ताशय पर जिला परिवहन अधिकारी अमित कुमार कश्यप ने बताया कि कैजवील के उपयोग से सडक़ों की सतह खराब होती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता अभियान चालाने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में रायगढ़ में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जहां ग्रामीणों को कंजवील के दुष्प्रभावों और इसके कानूनी परिणामों की विस्तृत जानकारी दी गई इसके साथ ही परिवहन विभाग ने बताया कि आने वाले दिनों में जिले के अन्य ग्राम पंचायतों में भी ऐसे शिबिर आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, सडक़ों पर नियमित जांच तेज की जाएगी। विभाग ने जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में सहयोग करें और सडक सुरक्षा को प्राथमिकता दें। इस पहल से न केथन सडक़ों की गुणवत्ता बनी रहेगी, बल्कि हादसों में कमी लाने में भी मदद मिलेगी। परिवहन विभाग की यह मुहिम सडक़ सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
जिला परिवहन अधिकारी अमित कुमार कश्यप ने बताया कि पूरे संभाग में ट्रैक्टरों की जांच के लिए विशेष दलों का गठन किया गया है। ये दल ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अचानक जांच करेंगे। साथ ही, जागरूकता शिविरों के माध्यम से किसानों और ट्रैक्टर चालकों को सडक़ सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। विभाग का लक्ष्य है कि लोग स्वेच्छा से कैजवील का उपयोग बंद करें, ताकि सडक़ों की सुरक्षा सुनिश्चित हो और कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।
सडक़ों की सुरक्षा के लिए ट्रैक्टरों में कैजवील पर सख्ती
परिवहन विभाग की जागरूकता मुहिम जारी
