सुकमा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारी नियमितीकरण, ग्रेड पे सहित अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। आज के कार्यक्रम में सभी एनएचएम हड़ताली कर्मचारी रैली निकल कर मोदी की गारंटी खोजों अभियान चलाया ओर पीपी कीट पहना कर कोकोरोना योद्धाओं के सडक़ पर उतर कर भीख मांगा और भीख से मिले पैसा को सरकार का खजाने के डाला जाएगा संघ ने स्वास्थ्य मंत्रीजी के इस बात का खंडन किया है कि उनकी 5 मांगे पूरी कर दी गई है। और बाकी मांगों के लिये केंद्र से अनुमति लेना पड़ेगा। जबकि 2012 में संयुक्त सचिव ने लिखित में ये दिया था कि एनएचएम कर्मचारियों का नियमितिकरण राज्य शासन के हाथ में है। और हमारी मांगे पूरी नही हुई है। उधर, कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाने से उप स्वास्थ्य केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएँ पूरी तरह चरमरा गई हैं, जिससे आम जनता को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएँ समय पर नहीं मिल पा रही हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाएँ ठप होने के लिए वे नहीं, बल्कि शासन का अडिय़ल रवैया जिम्मेदार है। कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश साहू एवं प्रवक्ता डा मुकेश बख्शी सहित सभी कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि नियमितीकरण, ग्रेड पे और लंबित 27त्न वेतन वृद्धि सहित सभी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शासन जल्द ही उनकी मांगों पर लिखित निर्णय नहीं लेता, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा धरना प्रदर्शन में डॉ. प्रदीप पटेल नवीन पाठक राजेन्द्र पांडेय सरफराज नवाज रीना नायडू मंजीता लकड़ा मनीषा नेताम सहित बड़ी संख्या में कोंटा छिंदगढ़ सुकमा के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
एनएचएम कर्मियों ने खोजी मोदी की गारंटी भीख मांग कर जताया विरोध
लगातार 13वे दिन भी हड़ताल जारी
