बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून 2025 को ओडिशा के दौरे पर रहेंगे। इस अवसर पर वे झारसुगुड़ा-जामगा चौथी रेल लाइन सहित रुपए 2750 करोड़ से अधिक की रेलवे परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
यह आयोजन ‘विकसित भारत – विकसित ओडिशा’ की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है और प्रधानमंत्री के 11 वर्षों की सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण तथा ओडिशा सरकार के 1 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
औद्योगिक विकास को मिलेगा बल
प्रधानमंत्री झारसुगुड़ा और जामगा के बीच 53 किलोमीटर लंबी चौथी रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह परियोजना बिलासपुर – झारसुगुड़ा चौथी रेल लाइन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह परियोजना औद्योगिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। चौथी रेल लाइन इस रेलखंड पर भारी रेल ट्रैफिक से निजात दिलाएगी, और यह चौथी लाइन माल और यात्री ट्रेनों के संचालन को अधिक कुशल, संरक्षित और समयबद्ध बनाएगी।
अन्य प्रमुख परियोजनाएं
सोनपुर-पुरुणाकटक नई रेलवे लाइन (73 किमी)
का उद्घाटन -रुपए 1376 करोड़ की लागत से निर्मित
यह लाइन 301 किमी लंबी खुर्दा रोड-बालांगीर
रेल परियोजना का हिस्सा है।
सारला-सासन के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन
की आधारशिला।
मालगाड़ी अनुरक्षण सुविधा-सारला
बामरा-धरुआडीही खंड में सबवे निर्माण।
लिंक सी-डुमेट्रा सेक्शन में दोहरीकरण।
जलेश्वर में रोड ओवर ब्रिज का लोकार्पण।
नई रेल सेवाएं -बौध ंको भुवनेश्वर से जोड़ेगी
सीधी सुविधा
नई रेल सेवाओं की सौगात
1. 18313/18314 बौध-भुवनेश्वर न्यू-बौध साप्ताहिक एक्सप्रेस।
2. 18311/ 18312 संबलपुर- बौध-संबलपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस
इसके अतिरिक्त
भुवनेश्वर-सोनपुर-भुवनेश्वर इंटरसिटी एक्सप्रेस
दो जोड़ी बलांगीर-सोनपुर शटल पैसेंजर ट्रेनों का संचालन अब पुरुणाकटक से होगा।
पिछले 11 वर्षों में ओडिशा में रेलवे ने अभूतपूर्व गति पकड़ी है
राज्य का 100 प्रतिशत रेल नेटवर्क विद्युतीकृत किया जा चुका है।
59 स्टेशनों को ‘अमृत स्टेशन’ के रूप में आधुनिक सुविधाओं से विकसित किया जा रहा है।
6 वंदे भारत ट्रेनों के माध्यम से राज्य के 17 जिलों को आधुनिक रेल सुविधा का लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री की यह यात्रा ओडिशा के सामाजिक, आर्थिक और आधारभूत संरचना के विकास की दिशा में एक मजबूत और ऐतिहासिक पहल साबित होगी।