रायगढ़। जिला अस्पताल में लगे वाटर एटीएम मशीन मेंटेनेंस के अभाव में विगत कई साल से बंद पड़ा है, इससे अस्पताल आने वाले मरीज व परिजन शुद्ध जल के लिए इधर-उधर भटकते नजर आते हैं, ऐसे में अब गर्मी की शुरूआत होते ही एक बार फिर से मेंटेनेंस कराने की तैयारी चल रही है। जिससे सुधार होने के बाद एक रुपए में शुद्ध जल उपलब्ध हो सकेगा।
उल्लेखनीय है कि विगत आठ साल पहले जिला अस्पताल आने वाले मरीज व परिजनों को शुद्ध जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यहां वाटर एटीएम मशीन लगाया गया था, जिसमें मरीज व परिजनों को एक रुपए में दो लीटर शुद्ध जल मिल रहा था, जिससे काफी राहत थी, लेकिन विगत तीन साल से मेटेनेंस के अभाव में यह वाटर एटीएम मशीन बंद पड़ा है, साथ ही बीच-बीच में इसे चालू कराने की मांग भी उठी थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा फंड का अभाव बताते हुए सुधार नहीं कराया गया, जिससे यह मशीन लंबे समय से बंद पड़े होने से इसमें बड़ा खर्च आ गया है। इससे अब मरीज व परिजनों को बोतल बंद पानी खरीद कर पीने की मजबूरी बन गई है। साथ ही ज्यादातर मरीज तो अस्पताल में लगी टंकियों के पानी को उपयोग करते हैं, लेकिन यह पानी कितना शुद्ध है, इसको लेकर भी लोगों के मन में कई तरह के सवाल खड़े होते हैं, इसके चलते बोतल बंद पानी को परिजन ज्यादातर उपयोग करते हैं। ऐसे में अगर यह वाटर एटीएम चालू हो जाता है तो मरीज व परिजनों को एक रुपए में दो बोतल शुद्ध जल उपलब्ध हो सकेगा। जिससे काफी राहत मिलेगी।
मेंटेनेंस की चल रही तैयारी
इस संबंध में विभागीय सूत्रों की मानें तो अस्पताल का वाटर एटीएम विगत तीन सालों से बंद पड़ा है, इससे कई पाट्स खराब हो चुके हैं, ऐसे में अब सुधार के लिए हजारों रुपए खर्च करने पड़ेगे, जिसको लेकर अधिकारियों द्वारा तैयारी की जा रही है, इससे उम्मीद है कि बहुत जल्द सुधार कार्य शुरू हो जाएगा। जिससे अस्पताल आने वाले मरीज व उसके परिजनों को सस्ते दर पर शुद्ध व शीतल जल उपलब्ध हो सकेगा।
क्या कहते हैं परिजन
अस्पताल आने वाले परिजनों का कहना है कि अस्पताल परिसर में वाटर एटीएम तो लगा है, लेकिन बंद पड़ा हुआ है। जिससे हर हमेशा टंकी के पानी को ही उपयोग करना पड़ता है। वहीं अब गर्मी का मौसम शुरू हो गया है, इससे पानी की खपत भी अधिक होगी, ऐसे में अगर वाटर एटीएम शुरू हो जाता तो कम पैसे में शुद्ध जल उपलब्ध होता, जिससे काफी राहत मिलती।
वाटर कूलर लगाने की तैयारी
उल्लेखनीय है जिला अस्पताल में हर दिन 150 से 200 मरीज व परिजन पहुंचते हैं, जिसको देखते हुए अब अस्पताल के अलग-अलग जगहों में दो वाटर कूलर लगाने की तैयारी चल रही है, जिसके लिए स्थल का भी चयन किया जा चुका है। वहीं अधिकारियों की मानें तो मार्च माह में ही वाटर कूलर चालू हो जाएगा, इससे मरीज व परिजनों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
लंबे समय से जिला अस्पताल का वाटर एटीएम खराब
शुद्ध पेयजल के लिए भटकने को मजबूर मरीज व परिजन
