सारंगढ़। स्काउटिंग गतिविधियों एवं कार्यों को समाज के समक्ष रखने की नई सोच एवं नई पहल के साथ छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार भारत स्काउट गाइड्स छग राज्य मुख्यालय में प्रत्येक जिले से चयनित मीडिया प्रभारियों का एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन रखा गया। जिसका उद्घाटन कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलदेव भाई शर्मा के मुख्य आतिथ्य में, राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव की अध्यक्षता में तथा राज्य सचिव कैलाश होने की विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यशाला में प्रत्येक जिलों से 33 मीडिया प्रभारियों को आमंत्रित किया गया था। इस कार्यशाला में दीपक ठाकुर एवं रोवर लीडर कमलेश साहू ने भाग लिया। सर्वप्रथम उद्घाटन सत्र का शुभारंभ स्काउट गाइड प्रार्थना के साथ किया गया तत्पश्चात मुख्य अतिथि श्री शर्मा को जनरल सैल्यूट एवं स्कार्फ पहनाकर स्वागत किया गया। डॉ यादव ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्लॉक स्कूल स्तर तक स्काउटिंग के कार्य व गतिविधियां संचालित की जाती हैं। साथ में स्काउटिंग के जरिए सेवाकार्य, बच्चों को संस्कार देने एवं व्यक्तित्व निर्माण का कार्य भी करते हैं। ऐसे बच्चे जो स्काउटिंग में नहीं हैं या जिनके अभिभावक स्काउटिंग के लाभ नहीं जान पाए हैं, उन तक यह बात पहुंचे। इसी उद्देश्य को लेकर यह कार्यशाला आयोजित की गई है। यह कार्यशाला आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा।
प्रोफेसर शर्मा ने उद्घाटन सत्र में कहा कि जीवन के आधारभूत गुण हैं अनुशासन और सेवा। इन गुणों का बीजारोपण बचपन से ही छात्रों में स्काउटिंग के माध्यम से होता है। स्काउटिंग के माध्यम से बेहतर समाज का निर्माण एवं उच्च चारित्रिक गुणों का विकास होता है। स्काउटिंग में जो कार्य करते हैं उसे समाज तक पहुंचाने में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान होता है। स्काउटिंग कार्यों एवं गतिविधियों को मीडिया के माध्यम से समाज तक पहुँचाने में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। स्काउटिंग का कार्य समाज के लिए प्रभावी एवं प्रेरणादायी होता है। इसीलिए समाज को बताना आवश्यक है।
प्रथम सत्र में न्यू मीडिया विषय पर चर्चा करते हुए भारत एक्सप्रेस के संपादक श्रीमती प्रियंका कौशल ने कहा कि स्काउट गाइड कहने मात्र से गौरव की अनुभूति होती है तथा उनके साहसिक एवं सामाजिक कार्यों को देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि आज डिजिटल मीडिया तेजी से प्रसारित होने वाला सबसे ज्यादा प्रभावी है। उन्होंने लेखन कैसे हो इसकी बारीकीयों को बताते हुए कहा कि खबर में 5 डब्ल्यु 1एच को ध्यान में रखते हुए समाचार लेखन हो। क्या, कौन, कहां, कब, क्यों, कैसे प्रश्नों का जवाब ही समाचार होता है। उन्होंने मीडिया प्रभारियों से फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं एक्स पर भी अपने कार्यों गतिविधियों को पोस्ट करने की सलाह दी।
प्रिंट मीडिया के संबंध में जानकारी देते हुए जनमन के संपादक विशाल यादव ने बताया कि आकर्षक शीर्षक, कम शब्दों लिखी हुई सामान्य भाषा में अच्छी फोटो के साथ भेजी गई खबर आकर्षक लगता है। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति तैयार करते समय रखी जाने वाली सावधानिययों के बारे में विस्तार से बताया। समापन सत्र में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संबंध में वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह बघेल ने बताया कि फोटोशूट करते समय विजुअल, प्रकाश, धूप, छांव आदि का विशेष ध्यान रखा जाता है। वीडियो 1 मिनट से अधिक का न हो तथा बाइट 10-15 सेकंड का हो तो बेहतर होता है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञप्ति छोटी एवं सारगर्भित हो। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव के मार्गदर्शन में आयोजित इस मीडिया कार्यशाला में प्रत्येक जिले से 33 मीडिया प्रभारियों ने भाग लिया। कार्यशाला का संचालन संयुक्त सचिव शिवानी गणवीर ने एवं आभार व्यक्त राज्य सचिव कैलाश सोनी ने की।
स्काउट्स गाइड्स मीडिया प्रभारियों को पढ़ाया गया पत्रकारिता का पाठ
स्काउटिंग को पत्रकारिता से जोडऩे नई पहल, कार्यशाला में दीपक ठाकुर एवं कमलेश साहू ने लिया हिस्सा
