धरमजयगढ़। जिले के छाल एसईसीएल सब एरिया में कई अनैतिक कारनामों को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। अंदरूनी हालात कुछ ऐसे हैं कि एक रैकेट बनाकर कोयले के ग्रेडेशन को लेकर कथित कमीशन का खेल खेला जा रहा है। इस पूरे कारनामे को अंजाम देने में सब एरिया से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी की मिलीभगत की बात सामने आ रही है। ऐसे में कोयले की क्वालिटी को लेकर संगठित रूप से शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। इस मामले में विभागीय स्रोत से मिली जानकारी के अनुसार लिफ्टर द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों से सेटिंग करते हुए मनमाने तरीके से कोयले की लिफ्टिंग करते हुए शासन को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है और अपनी जेबें भरी जा रही हैं।
इस मामले को लेकर विश्वस्त स्रोत से मिली जानकारी के मुताबिक़ एस ई सी एल लात खुली खदान जब से संचालित हो रहा तब से अपने अजीबोगरीब कारनामे को लेकर सुर्खिया बटोरने में लगा हुआ है। चाहे मामला कोयले की चोरी हो या कोयले में आग लगने की या कोयले के स्टॉक में शॉर्टेज आने की हो या फिर कोयले के ग्रेडेशन में हेरफेर की। हर बात में लात खुली खदान जिले के अन्य खदानों को पीछे छोड़ते जा रही है। छाल एसईसीएल क्षेत्र अंतर्गत कोयले की खदान से ट्रक के माफऱ्त कोयला चोरी होने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हो पाया है और एक नया कथित खेल खदान में लिफ्टर और अधिकारियों के मिलीभगत में फिर से शुरू हो चला है। जहाँ जी 12 क्वालिटी के कोयले में इन दिनों खेल खेला जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक जिसके लिए कथित तौर पर बतौर मोटी रकम उप क्षेत्र से लेकर जिला तक के अधिकारी को परसेंट बेस पर कमीशन पहुंच रहा है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब विभाग के एक कर्मचारी ने गोपनीयता की शर्त पर मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि उपक्षेत्रीय प्रबंधक खदान के कांटा बाबू व जिला प्रबंधक के बीच कोयले के डी ओ जारी कराने को लेकर कमीशन के बेस पर यह पूरा खेल खेला जा रहा है। इस पूरे मामले को लेकर छाल एसईसीएल के उपक्षेत्रीय प्रबंधक अजय शुक्ला से फोन पर सम्पर्क साधा गया लेकिन उन्होंने किसी कारण से फोन कॉल रिसीव नहीं किया।
छाल एसईसीएल में कोयला के ग्रेडेशन को लेकर हेराफेरी!
शासन को करोड़ों का नुकसान, जिम्मेदारों की भूमिका पर सवाल



