रायपुर। छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत ने कोरबा लोकसभा में जीत के बाद कहा कि, आज तक मुझे भगवान के सिवा किसी ने मदद नहीं की है। लेकिन मुझे यह कहने में गर्व महसूस हो रहा है कि हम पांचवी बार लोकसभा में चुने गए हैं। 3 बार जनता ने मुझे चुना और 2 बार मेरी धर्म पत्नी को। दरअसल, शुक्रवार को चरणदास महंत ने रायपुर में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि, मैं ऐसा मानता हूं कि जब भी पूरे दिल और दिमाग से पूरी ईमानदारी से अपने लिए संघर्ष किया जाए। खुद को विजयी मानकर चुनाव लड़े, तभी आप चुनाव जीतते हैं। अगर आपके के मन में कोई कसक है या फिर किसी गलत चीज का एहसास है, तब ही चुनाव लडऩे में कठिनाई होती है।
महंत ने कहा कि, मैंने हमेशा अपने साथियों के साथ भाषण में कहा है जो ईश्वर को साक्षी मानकर, गरीबों के प्रति समर्पित रहते हैं। उनको भगवान, ईश्वर, खुदा या ईसा मसीह जो भी कह लीजिए वो जरूर मदद करते हैं।छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार को लेकर महंत ने कहा कि, हार के कारणों का अभी हम विश्लेषण करेंगे। कल हमारी सीडब्ल्यूसी की बैठक होगी, वहां से जो निर्देश मिलेंगे, उसके अनुसार काम करेंगे। इस बार चुनाव लडऩे को लेकर हमें यही निर्देश दिए गए थे कि पूरा चुनाव एआईसीसी के पैटर्न पर लड़ा जाएगा। हर बूथ पर पांच-पांच लोग तैनात थे।
हार की जिम्मेदारी हमारी
10 सीट और भूपेश बघेल के हार की जिम्मेदारी को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, इसके जिम्मेदार हम ही लोग है। हम जल्दी इसकी समीक्षा करेंगे कि हमारा कितना दोष है। किसका कितना दोष है। इस विषय पर समीक्षा होनी चाहिए कि हम क्यों हार गए ? इसके लिए हर व्यक्ति समीक्षा करेगा। दिल्ली स्तर पर भी समीक्षा होगी। जाहिर है कि, उसमें यह चर्चा होगी कि हम ज्यादा सीटें क्यों नहीं ला पाए। ज्यादा से ज्यादा लोगों को चुनाव क्यों नहीं जीता पाए।
हमने बड़े चेहरों को लड़ाया चुनाव
कांग्रेस के ज्यादातर प्रत्याशियों के बाहरी होने को लेकर महंत ने कहा कि, मेरे कोरबा में बाहरी का ही मुद्दा हावी था, क्योंकि वह स्थानीय नहीं थी, बाहर से आई थी। हम पर जरूर यह दोष लगाया जा रहा है कि हमारे प्रत्याशी बाहर के थे। कांग्रेस ने यह तय किया था कि इस बार चुनाव में परिस्थितियों को देखते हुए अपने बड़े चेहरे यानी पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व गृह मंत्री को चुनाव लड़ाया। इसमें बाहरी भीतरी जैसा कोई फैक्टर नहीं था। हमने केवल अपने बड़े चेहरे को चुनाव लड़वाया था।
चरणदास महंत बोले मेरी किसी ने मदद नहीं की
नेता प्रतिपक्ष ने कहा- पांचवी बार लोकसभा में चुने गए, दिल्ली में होगी हार की समीक्षा
