रायगढ़। छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक व धार्मिक धरोहर को समृद्ध करने वाले युगल उपासक उत्सव मंडल ने रायगढ़ में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें आगामी श्री कृष्ण लीला महोत्सव की भव्य तैयारियों पर विस्तृत चर्चा हुई। यह महोत्सव निम्बार्क संप्रदाय की प्राचीन परंपरा के अनुरूप राधा-कृष्ण की रास रस लीला का दर्शन कराने का अनुपम अवसर प्रदान करेगा। बैठक कल (14 दिसंबर 2025) दोपहर 3रू30 बजे रायगढ़ के अग्रोहा भवन में हुई, जिसमें स्थानीय समाजसेवियों, महिला संगठनों के पदाधिकारियों व उत्सव मंडल के सदस्यों ने भाग लिया।
युगल उपासक उत्सव मंडल, जो बिलासपुर के श्री निम्बार्क भवन को मुख्यालय बनाकर कार्यरत है, ने इस वर्ष 15 दिसंबर 2025 से 1 जनवरी 2026 तक छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में श्री कृष्ण लीला महोत्सव का आयोजन करने का संकल्प लिया है। रायगढ़ में विशेष रूप से 21, 22 और 23 दिसंबर को गौरी शंकर मंदिर के पास सायं 3 बजे से रास रस लीला का भव्य प्रदर्शन होगा। यह आयोजन वृंदावन की पावन परंपरा को छत्तीसगढ़ की धरती पर उतारने का प्रयास है, जहां भक्तगण सहज रूप से राधा-कृष्ण की लीला रस का आस्वादन कर सकेंगे।
बैठक की अध्यक्षता श्रीमती आशा राम अवतार अग्रवाल ने कीं, जो अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन की प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा, ष्प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी वृंदावन के ठाकुर जी छत्तीसगढ़ में पूरी टीम के साथ पधार रहे हैं। यह हम सभी का परम सौभाग्य है। रायगढ़ शहर में होने वाले इस भव्य राधा-कृष्ण रास रस महोत्सव की व्यवस्था हेतु सभी की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। आयोजकों ने इस पावन अनुष्ठान को सफल बनाने के लिए नगर वासियों और भक्तजनों से अपील की है।ष् बैठक में मंडल के संयोजक श्री गुलाब उपासक उत्सव मंडल के प्रतिनिधियों ने महोत्सव की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसमें रास लीला का मंचन, भजन संकीर्तन, नाम जप और भक्तों के लिए विशेष दर्शन व्यवस्था शामिल है।
बैठक में अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन की अध्यक्ष श्रीमती शोभा अग्रवाल, राजेश अग्रवाल (चैंबर), चेयरमैन संतोष अग्रवाल, मनोज अग्रवाल (मॉ सेल्स), बजरंग अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल(चैंबर), मंजू डालमिया, आशा अग्रवाल, रीना बापोडिय़ा, तारा बेरिवाल, पुष्पा रतेरिया, करुणा अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने महोत्सव की सफलता के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। श्रीमती आशा राम अवतार अग्रवाल ने बताया कि विगत वर्षों में 20 से अधिक ऐसे आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं, जो निम्बार्क संप्रदाय के 35वें आचार्य श्री हरिव्यास देवाचार्य जी की महावाणी ग्रंथ पर आधारित हैं।
महोत्सव का व्यापक कार्यक्रम इस प्रकार है 15-17 दिसंबररू बिलासपुर (यू.एस. फाइन बैवेट हॉल, सिरगिट्टी, रायपुर रोड),18-20 दिसंबररू जांजगीर (अग्रसेन भवन, स्टेशन रोड, लेला), 21-23 दिसंबररू रायगढ़ (अग्रोहा भवन, गौरी शंकर मंदिर के पास), 24-26 दिसंबररू रायपुर (श्री घन श्याम भवन, समता कॉलोनी), 27-29 दिसंबररू दुर्ग (अग्रसेन भवन, तृतीय तल) और 30 दिसंबर-1 जनवरीरू राजनांदगांव (अग्रसेन भवन, राजनांदगांव) युगल उपासक उत्सव मंडल के निवेदकों ने सभी भक्तों से आह्वान किया है कि वे इस दिव्य अवसर में सम्मिलित होकर राधा-कृष्ण की लीला रस में निमग्न हों।
युगल उपासक उत्सव मंडल की महत्वपूर्ण बैठक



