जगदलपुर। छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर स्थित कर्रेगुट्टा के पहाड़ों पर सुरक्षाबलों ने २४ दिनों तक चले ऑपरेशन में ३१ नक्सलियों को मार गिराया। इनमें १६ महिला और १५ पुरुष नक्सली शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नक्सलियों ने पहाड़ की गुफाओं में लगभग २५० गुफाओं में ठिकाने बना रखे थे। बड़े कैडर के इलाज के लिए अस्पताल और हाईटेक हथियार बनाने ४ फैक्ट्री बनाकर रखे थे। जवानों ने सभी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया।
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जिस पहाड़ पर कभी लाल आतंक का राज था, वहां आज शान से तिरंगा लहरा रहा है। कर्रेगुट्टा पहाड़ पीएलजीए बटालियन १,डीकेएसजेसी, टीएससी एण्ड सीआरसी जैसी नक्सल संस्थाओं का हेडक्वाटर था। उसे जवानों ने तबाह कर दिया। शाह ने फिर दोहराया कि भारत ३१ मार्च २०२६ तक नक्सल मुक्त हो जाएगा।
वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पुलिस और सभी सुरक्षाबलों नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन चलाया, लेकिन आश्चर्य की बात है कि गृहमंत्री को इसकी जानकारी नहीं थी। उल्टे राज्य के गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री के बयान का खंडन कर दिया। मुख्यमंत्री को ऐसे नाकारा गृहमंत्री को तुरंत हटा देना चाहिए।
जवानों ने ४५० आईईडी का चक्रव्यूह को तोड़ा
डीजीपी ने बताया कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर पहुंचने के रास्ते में नक्सलियों ने ४५० आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बिछा रखे थे। उन्हें विश्वास था कि इतनी सुरक्षा के बावजूद कोई भी फोर्स उनके किले तक नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन सुरक्षाबलों ने यह भ्रम तोड़ दिया। हर आईइडी को डिफ्यूज कर जवान चोटी तक पहुंचे।
टेक्निकल इनपुट से बनी रणनीति, पहाड़ी पर बना बेस कैंप
ऑपरेशन से पहले टेक्निकल फील्ड इनपुट जुटाए गए। २४ घंटे एनालिसिस के बाद रणनीति तैयार की गई। फोर्स ने पहाड़ी की चोटी पर न सिर्फ अपना बेस कैंप बनाया, बल्कि वहां हेलीपैड भी तैयार किया, ताकि सूचना और मदद जल्दी पहुंच सके। ऑपरेशन कर्रेगुट्टा को लेकर मिली सफलता पर सीआरपीएफ डीजी जीपी सिंह और छत्तीसगढ़ पुलिस ष्ठत्र अरुण देव गौतम ने बीजापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कामयाबी और चुनौतियों के बारे में जानकारी दी।
नक्सल प्रवक्ता ने पर्चा जारी कर मारे गए २६ साथियों की पुष्टि की
ऑपरेशन की सफलता से पहले ही नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य और प्रवक्ता अभय ने एक पर्चा जारी कर २६ नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है। साथ हीसरकार से शांति वार्ता को स्पष्ट करने की मांग की। पर्चे में लिखा है, आदरणीय मोदी जी, आपकी सरकार शांति वार्ता के लिए तैयार है या नहीं, स्पष्ट करें।
४५० आईईडी पार कर पहाड़ी पर चढ़े जवान…३१ नक्सली मारे
२५० गुफाओं में ठिकाना, ४ वेपन फैक्ट्रियां तबाह, शाह बोले-२०२६ तक भारत नक्सलमुक्त होना तय
