रायपुर। जहां-चाह वहां राह वाली कहावत तो आप ने सुनी होगी। रायपुर के विक्की उइके का सपना है कि वह वेट लिफ्टर बनें। उसके सपनों पर एक वक्त विराम लग गया था। पिता का साया सर से उठा और बुरी संगती के चक्कर में ऐसे फंसा की नशे का आदि हो गया था मगर वक्त ने करवट लिया और आज विक्की युवाओं के वेटलिफ्टर के चहेता बन गया है। सपना है विश्व रेकॉड तोड़ कर देश का नाम रौशन करनें का। रायपुर के डेरापारा के रहने वाले विक्की उइके एक गरीब परिवार से है। झोपड़ी में रह कर वेटलिफ्टिंग करता है। सुबह उठकर जिम में घंटो पसीना बहाता है। रात तक जोमेटे कंपनी में डिल्वरी ब्वॉय का काम करता है। फिर समय निकाल कर रात जिम में वेटलिफ्टिंग करता है। विक्की 270 किलो डेडलिफ्ट आसानी से उठा लेता है। आगे उसका सपना है कि वह 3 सौ 18 किलो को डेडलिफ्टिंग कर के वर्ड रेकॉड को तोड़े और देश का नाम रौशन करे। विक्की अपनी स्थिति और पिता की याद आते ही रो पड़ा। जिम के कोच दीपक सिंह ने बताया कि अब तक विक्की उइके 16 से अधिक राज्यों में बेहतर प्रदर्शन कर चुका है। उसकी मेहनत और लगा देख कर ऐसा लगता है कि 3 सौ 18 किलो के डेचलिफ्टिंग का रेकॉड वह तोड़ सकता है। विक्की विषम परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।