रायगढ़। छग गठन के बाद जिले के पहली बार एक साथ 169 पटवारियों के ट्रांसफर से मनमानी में लगाम कसी जा सकेगी। जिला प्रशासन ने अंगद के पांव की तरह लंबे समय से जमे पटवारियों को एक झटके में ही उखाड़ दिया। आम जनता की सबसे अधिक शिकायतें पटवारियों से जुड़ी होती है और सरकारें चाह कर भी इनकी मनमानी पर लगाम नहीं का पाती। वित्त मंत्री ओपी चौधरी की जीरो टॉलरेंस नीति को असली जामा पहनाने कलेक्टर ने पटवारियों की बड़ी सर्जरी कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए है। सुशासन तिहार में मिलने वाली सबसे अधिक शिकायतें पटवारी से जुड़ी होती है इस बात को समझते हुए कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने समय रहते तहसीलों में अंगद के पांव की तरह जमे पटवारियों का फेरबदल कर दिया। सभी तहसीलों में पदस्थ 169 पटवारियों को इधर से उधर कर दिया। सूत्र बताते है कि इतने बड़े पैमाने में हुए ट्रांसफर की भनक किसी को नहीं लगने दी गई ताकि पटवारियों को बचने का समय ना मिल सके। राजस्व के मामलों में कसावट लाने और व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने के नजरिए से यह फेरबदल किया गया है। इसके पूर्व जब भी पटवारियों की कार्यशैली पर अंकुश लगाने के लिए फेरबदल करने का प्रयास किया गया महाबली बन चुके पटवारियों ने एकजुट होकर प्रशासन की राह रोकने का भी प्रयास किया। तहसील कार्यालयों में जमे ऐसे मठाधीश पटवारीयो को हटाना संभव ही नहीं था। लेकिन जिला प्रशासन ने इस बार तबादले के जरिए मनमानी पर रोक लगाने का साहसिक प्रयास किया। और पटवारियों को बड़े पैमाने पर होने वाले तबादले की भनक तक नहीं लगने दी । रायगढ़ तहसील के 44, पुसौर के 26, लैलूंगा में 25, खरसिया के 24, तमनार के 19, घरघोड़ा के 17 और धरमजयगढ़ के 14 पटवारियों को दूसरे हल्के में भेज दिया गया है। रायगढ़ के 26 पटवारियों को पुसौर तहसील और पुसौर के 26 पटवारियों को रायगढ़ तहसील भेजा गया है। इसी तरह घरघोड़ा के 17 पटवारियों को तमनार तहसील और तमनार के 19 पटवारियों को घरघोड़ा में पदस्थापना दी गई है।
ये पटवारी हुए इधर-उधर
रायगढ़ तहसील के भरत सिंह ठाकुर, किशन देवांगन, अनिल राम, राजेश नायक, विनय त्रिपाठी, रामनिवास पटेल, लक्ष्मण स्वर्णकार, जलंधर सिदार, चनिता इजारदार, बीना मानेकर, माधुरी गहलोत, दशरथ खडिय़ा, श्रीनिवास पटेल, धनुर्जय डनसेना, कुसमी सनमानी, प्रतिभा जायसवाल आदि को पुसौर भेजा गया है। पुसौर के सच्चिदानंद साहू, तरुणा साहू, सुरेंद्र नाथ चौधरी, नवीन पटेल, नितुन मिरी आदि को रायगढ़ तहसील के हल्के दिए गए हैं। तमनार और घरघोड़ा में लंबे समय से एक ही जगह पर कार्यरत पटवारियों के तहसील बदल गए हैं। तबादला आदेश बुधवार शाम को निकाला गया और साथ ही रिलीव भी कर दिया गया। सभी को 11 अप्रैल पूर्वान्ह तक नवीन पदस्थापना स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है। गुरुवार को अवकाश होने के कारण पटवारियों को हाथ-पैर मारने का अवसर भी नहीं मिल पाया है।एक महीने पहले एसडीएम रायगढ़ ने पांच पटवारियों को छांटकर उनके प्रभार बदले थे। अमरदास संजय को कुसमुरा से नंदेली, प्रतिभा जायसवाल को उर्दना से कुसमुरा, किशन देवांगन को जोरापाली से मौहापाली, मनहरण देवांगन को जगतपुर के साथ जोरापाली का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। हालांकि चार्ज नहीं लिया गया है। पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष भागवत कश्यप को भी पूर्व में मुकडेगा भेजा गया था। आदेश को संशोधित करते हुए एसडीएम ने उर्दना में पदस्थ किया था।
तबादले से पटवारियों के मनमानी पर कसेगी लगाम
राजस्व के कार्यों में कसावट लाने प्रशासन ने किए जिले में बड़े पैमाने में पटवारियों का ट्रांसफर
