जशपुरनगर। जिले के मयाली में स्थित विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग की प्राकृतिक प्रतिकृति के सानिध्य में 21 से 27 मार्च तक सात दिवसीय शिव कथा का आयोजन किया गया है। इसमें देश के प्रसिद्ध अंर्तराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा श्रद्वालुओं शिव कथा का वाचन करेगें। मयाली में इन दिनों आयोजन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। यहां भारी संख्या में श्रद्वालुओं के जुटने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ओर आयोजन समिति पंडाल, टेंट के साथ पार्किंग, पेय जल, प्रसाधन की व्यवस्था करने में दिन-रात एक किये हुए हैं। इसी कड़ी में कमिश्नर ने 5 जिलों के 36 प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी वहां लगाई है, जो वहां की व्यस्था बनाए रखने में अपना कर्तव्य निभाएंगे।
शिव महापुराण कथा श्रद्धालुओं को आयोजन स्थल तक लाने 40 बसों को सात दिन का दिया गया परमिट
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बस किराया किया गया नियत
जशपुरनगर। मयाली नेचर कैंप, मधेश्वर पहाड़ी के समीप शिव महापुराण कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा 21 मार्च से 27 मार्च तक अपने दिव्य वचनों से श्रद्धालुओं को शिवभक्ति से ओतप्रोत करेंगे। इस कथा वाचन को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। श्रद्धालुओं की सुविधां के लिए और किसी भी प्रकार अव्यवस्था न हो इसकी पूरी तैयारी जिला प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है। जिसके तहत 40 बसों को जिले के कोने-कोने से आयोजन स्थल तक पहुंचाने हेतु सिटी बस और निजी बस संचालकों को 7 दिन तक का स्पेशल परमिट दिया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बस का किराया निर्धारित किया गया है। निर्धारित किराया से अधिक नहीं लेने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत राज्य शासन के किराया निर्धारणानुसार प्रति किलोमीटर 1.25 रूपए किराए की दर निर्धारित की गई है। बस प्रात: 8 बजे से 10:30 बजे सुबह मयाली पहुंचने उपरांत कार्यक्रम समापन के बाद अपने निर्धारित आरंभ स्थल तक वापस जाएगा।
विकासखंड जशपुर से 5 बसे चलाई जा रही है जिसमें आरा, इचकेला से मयाली, सोगड़ा से मयाली, 2 बसें कल्याण आश्रम जशपुर से मयाली और लोदाम, पोरतेंगा से मयाली तक। इसी तरह विकासखंड मनोरा से 3 बसें जिनमें आस्ता, गजमा से मयाली, मनोरा से मयाली और घाघरा से मयाली तक। कुनकुरी विकासखंड से 3 बसें जिनमें कुनकुरी से मयाली, रनपुर, जोगबहला, कलिबा, ढोड़ीडांड़, कुनकुरी से मयाली और गोरया, बंदचुंवा, कुनकुरी से मयाली तक। विकासखंड दुलदुला से 3 बसे जिनमें कस्तुरा, रायडीह, बांगुरकेला से मयाली, सपघरा, मकरीबंधा, करडेगा, चटकपुर से मयाली और दुलदुला से मयाली तक। कांसाबेल विकासखंड से 6 बसे जिनमें बटाईकेला से मयाली, कांसाबेल से मयाली, पोंगरो से मयाली, टांगरगांव, सेमरगांव, कांसाबेल से मयाली, दोकड़ा, बगीया बंदरचुंवा, कुनकुरी से मयाली और लमडांड़ से मयाली, बगीचा विकासखंड से 9 बसें जिनमें महादेवडांड़, भितघरा, साहीडांड़, सरबकोम्बो से मयाली, सेमरकछार से मयाली, बिमडा से मयाली, रेंगले, कुहापानी सरबकोम्बो नारायणपुर, केराडीह से मयाली, पंडरापाठ से मयाली, सेंदरीमुंडा से मयाली, सन्ना से मयाली, बगीचा से मयाली और जुजगू से मयाली तक।
फरसाबहार विकासखंड से 4 बसें जिनमें लवाकेरा, तपकरा, कुनकुरी से मयाली, अबिरा, सिंगीबहार कुनकुरी से मयाली, लठबोरा से मयाली और सराईटोला से मयाली तक। पत्थलगांव विकासखंड से 7 बसें जिनमें पत्थलगांव से मयाली, घरजियाबथान मयाली, गाला से मयाली, तमता मयाली, किलकिला से मयाली, सुरंगपानी से मयाली और बागबहार से मयाली तक के रूट को बस चलाने का स्पेशल परमिट दिया गया है।