सारंगढ़। जिस स्थान पर अभिषेक केशरवानी की हत्या हुई थी, अभी एक वर्ष पूरे उनके हत्या के पूरे भी नहीं हुए हैं। उसी घटना स्थल पर रात्रि 10 बजे के बाद 13 फरवरी को छोटे से विवाद के चलते गोली चली और एक मौत के नींद में सो गया।
घटना के विषय में संवेदनशील एडिशनल एसपी श्रीमती निमिषा पांडे ने बताया कि सूर्या बेकरी के सामने प्लास्टिक जलाने की बात को लेकर ललिता बघेल, पिन्टू जांगड़े, कृष्णा राजपूत ने अपने अन्य साथीयो समेत बेकरी में काम करने वाले स्टाफ के साथ गाली गलौज कर विवाद करने लगे। विवाद के दौरान मुखलाल मांझी को सीने में गोली लगी, गंभीर स्थिति में उसे हॉस्पीटल ले गये। प्रकरण की सूचना मिलने पर तत्काल जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी समेत थाना प्रभारी कोतवाली एवं स्टाफ बिना वक्त गवाएं घटना स्थल पहुंचे। घायल को हॉस्पीटल ले जाने के दौरान मुखलाल मांझी की मृत्यु हो गई। प्रकरण में धारा 296,191 (2) 191 (3) 190,109,103 (1) बीएनएस 25,27 आर्म्स एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपीयों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस की अलग-अलग टीम बनाई गई। सीसीटीव्ही फुटेज एवं अन्य तकनीकी साक्ष्यों के मदद से प्रकरण में चार आरोपीयों की गिरफ्तारी की जा चुकी है जिनका नाम क्रमश: ललिता बघेल, पिंटू जांगड़े, पंकज वारे, गौरी बरेठ के साथ 01 मैगजीन, एक गाडी, मोबाईल फोन जप्त हुये है। प्रकरण में विवेचना जारी है।
छोटे से उपजे विवाद में चली गोली, युवक की मौत, चार आरोपी गिरफ्तार
