रायगढ़। काव्य वाटिका अपने ध्येय को पूरा करते हुए पन्द्रहवें पायदान पर पहुँच चुकी है और शहर के जाने-माने व्यक्तित्व जगदीश मेहर का सम्मान करके गौरवान्वित महसूस कर रही है। गुरुदेव स्वामी शिवानंद के जन्म दिवस के पावन अवसर पर ग्राम कांटापाली के सुरम्य वातावरण में भजन पूजन कीर्तन के भक्तिरस में डूबे ग्रामीणों और प्रतिष्ठित साहित्यकारों के बीच जब जगदीश मेहर का शाल,श्री फल स्मृति चिन्ह् और सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया। पूरा वातावरण तालियों की गडग़ड़ाहट से गूँज उठा। वहीं इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. के के तिवारी, विशिष्ट अतिथि-हरिराम तिवारी एवं आ. कमल बोहिदार व अध्यक्षता मनोज श्रीवास्तव रहे। शिवानंद आश्रम के समस्त पदाधिकारी रायगढ़ से पधारे गणमान्य व्यक्ति श्रीमती जानकी देवी, दीपक मेहर, उषा मेहर, सुशील मेहर, लक्ष्मी मेहर, अनुपमा देवांगन, भारती देवांगन, कमलेश जैन, गुलशन खम्हारी प्रद्युम्न, राघवेंद्र सिंह ‘रुहेल’, पुष्पा नायक, कृष्णा नायक, सीताराम देवांगन,खुशीराम देवांगन, माधुरी बारीक, बीना बारीक, लक्ष्मी बिश्वाल, जयंती बारीक, बिदेशिनी साहू, दौपती भोई, दमयंती भोई, सुभाषिनी ऩायक, तिलोत्तमा बसाईत, दिव्या बारीक, सत्यवती बसाईत, साखा भोई, भगवती नायक, चाटसाली साहू, ममता मेहेर, आयुष्मती बारीक, जोत्सना बारीक, सबिता बारीक, संयुक्ता बारीक, साधवी मेहेर, झनाबी नायक, सोनालिका बारीक की उपस्थिति रही। इसी तरह सम्मान के पश्चात पौधारोपण का कार्यक्रम किया जिसमे फलदार पौधे लगाये गये। आश्रम में स्वादिष्ट भोग प्रसाद का सभी ने आनंद लिया। कार्यक्रम मे काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें काव्य वाटिका की संस्थापिका आशा मेहर ‘किरण’ ने सरस्वती वंदना से शुरू की जगदीश मेहर जी ने अपनी कविता ‘मोर माटी के दिया तैहर झन बुताबेगा’ सुनाई।प्रकृति की सुंदरता का वर्णन कमल बोहिदार ने किया। गुलशन खम्हारी जी ओडिया मे तथा वीर रस पर शानदार काव्य पाठ किया। के के तिवारी ने मच्छर चालीसा सुनाई। कार्यक्रम का सफल संचालन राघवेंद्र सिंह ने किया और आभार प्रदर्शन आशा मेहर किरण के किया।अरविंद सोनी सार्थक और अजय पटनायक ने शुभकामनाएं दी।