जशपुरनगर। राष्ट्र सेवा योजना का स्थापना दिवस बहुत ही धूमधाम से मनाया गया मुख्य अतिथि प्राचार्य के टोप्पो के द्वारा स्वामी विवेकानंद एवं मां शारदे के सेल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया कार्यक्रम मे स्वयं सेवकों के द्वारा स्वागत गीत सद्भावना गीत प्रस्तुत किया गया प्राचार्य के. टोप्पो ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्र सेवा योजना बच्चों के बौद्धिक मानसिक विकास का एक सुंदर मंच है और सामाजिक लोगों के साथ जुडऩे का एक अच्छा अवसर है उन्होंने कहा की अध्ययन कल केवल बौद्धिक विकास का समय नहीं बल्कि भाभी जीवन के निर्माण का समय है तथा छात्र देश के सामाजिक एवं आर्थिक क्षमता के संबंध में केवल चर्चा ना करें वर्ण कुछ रचनात्मक कार्य भी करें जिससे ग्रामीणों के जीवन स्तर को सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से उन्नत बनाया जा सके तथा जिस समाज में काम करते हैं उसे समझने का प्रयास करें समाज की आवश्यकता को अनुभव करें कठिनाइयों को समझने तथा यथा संभव समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय हो स्वयं में सामाजिक एवं नागरिक दायित्व बोथ की भावना का विकास करें शिक्षा का उपयोग व्यक्ति तथा समाज की कठिनाइयों की व्यवहारिक फल ढूंढने में प्रयास करें तथा सामाजिक सहभागिता को गतिमान करने हेतु निपुण का प्राप्त करें इस योजना से आप सर्वांगीण विकास कर सकते हैं नेतृत्व गुना को धारण करें क्यों प्रजातांत्रिक अभिवृत्ति को स्वीकार करें तथा बच्चों को स्थापना दिवस के इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने एनएसएस का उद्देश्यों को बताते हुए कहा 24 सितंबर को हर साल नस दिवस मनाया जाता है राष्ट्र सेवा योजना की स्थापना 24 सितंबर 1969 को हुई थी इसलिए हर साल 24 सितंबर को एनएसएस दिवस के रूप में मनाया जाता है नस देश के युवाओं में व्यक्तित्व विकास करने के लिए युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है यह हर साल 24 सितंबर को मनाया जाता है किस दिन आयोजित गतिविधि में भाग लेने वाले विद्यार्थी समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते हैं जैसे साक्षरता संबंधी कार्य पर्यावरण सुरक्षा स्वास्थ्य एवं साफ-सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीडि़त लोगों की सहायता का कार्य करते हैं आज हमारे देश में 65 फ़ीसदी जनसंख्या युवा है जिनके कंधों पर भी देश की जिम्मेदारी है और यह युवा देश के विकास में अपनी भूमिका निभा रहे हैं देश निर्माण में युवाओं की भूमिका बढ़ाने और उन्हें देश के साथ जोडऩे का सबसे पहला प्रयास महात्मा गांधी ने आजादी के पहले ही शुरू कर दिया था गांधी जी ने युवाओं को राष्ट्र सेवा से जोडऩे का विशेष बल दिया था समाज सेवा के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास राज सेवा योजना का प्रमुख उद्देश्य है लोगों के साथ मिलकर कार्य करना स्वयं को सृजनात्मक और रचनात्मक सामाजिक कार्यों में प्रवृत्ति करना स्वयं तथा समुदाय ज्ञान की वृद्धि करना समस्याओं को कुछ ना कुछ हल करने में स्वयं की प्रतिभा का व्यावहारिक उपयोग करना प्रजातांत्रिक नेतृत्व को क्रियान्वित करने में दक्षता प्रदान करना स्वयं को रोजगार के योग्य बनाने के लिए कार्यक्रम विकास में दक्षता प्रदान करना शिक्षित और अशिक्षितों के बीच की दूको मिटाना समुदाय के कमजोर वर्ग की सेवा के लिए स्वयं में इच्छाएं जागृत करना यह राष्ट्र सेवा योजना का प्रमुख उद्देश्य है। इस अवसर पर रासेयो के स्वयं सेवकों के साथ स्कूल के समस्त स्टाफ उपस्थित थे।