रायगढ़ । शहर की कांग्रेस सरकार के एक मंत्री के इस्तीफे के बाद भाजपा पार्षद दल शहर सरकार को पलटने को लेकर पूरी तरह तैयार है। वही शहर सरकार पूरी तरह आश्वस्त है कि उनके पास बहुमत का आंकड़ा प्राप्त है और सभी कांग्रेसी एकजुट हैं।
कांग्रेस की शहर सरकार के एक मंत्री ने इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इसके बाद से भाजपा और अक्रामक हो गई। सबसे पहले जिला भाजपा अध्यक्ष के साथ पार्षद दल की बैठक हुई और इसके बाद शहर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की हवा को तेज कर दिया। इसे लेकर भाजपा पार्षद दल के वरिष्ठ नेता सुभाष पांडेय की अगुवाई में नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी, श्रीनु राव सहित सभी भाजपा पार्षद दल ने प्रेसवार्ता में कांग्रेस की शहर सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया और बताया की 22 अगस्त को हम शहर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन करने जाने वाले हैं। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आंकड़ों को लेकर सवाल पर पूरी तरह आश्वस्त गंभीर अक्रामक तेवर के साथ बहुमत मिलने की बात कही वैसे भाजपा पार्षद दल बहुमत की परवाह किए बगैर विपक्ष की भूमिका में नजर आएंगे।
मुद्दे हैं चुनावी घोषणा पत्र में किए वायदे और शहर विकास को लेकर ऐसे मुद्दे हैं जिसे लेकर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस की शहर सरकार में कई मंत्री असंतुष्ट हैं और शहर सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में उनका अप्रत्याशित समर्थन मिलेगा।
शहर में इसे लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो रखा है जगह जगह भाजपा द्वारा लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव को लेकर है जिसमे भाजपा के आंकड़े और कांग्रेस के आंकड़े की तुलना की जा रही है। और इसे हास्यास्पद भी कहा जा रहा है।
इस मामले में महापौर भी पूरी तरह आश्वस्त है और कहना है कि उनके पास पूर्ण बहुमत है और इसे लेकर मुझे कोई टेंशन नहीं यह संगठन का काम है इसे लेकर क्या करना है नहीं करना है संगठन समझेगी। इससे जाहिर है की शहर सरकार पर भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कोई क्रिया प्रतिक्रिया नहीं है। महापौर पूरी तरह आश्वस्त है कि कि भाजपा का अविश्वास प्रस्ताव महज राजनीतिक स्टंट से सिवाय कुछ नहीं है। वहीं दूसरी ओर भाजपा शहर सरकार के असंतुष्ट धड़ों के सहारे अविश्वास प्रस्ताव लाने पर आमादा है। भाजपा कहीं किसी बड़े गुंताडा की फिराक में तो नहीं है अगर ऐसा हुआ तो शहर सरकार का अविश्वास प्रस्ताव का परिणाम चौंकाने वाला भी हो सकता है। भले ही महापौर ने यह कह दिया है की उन्हें भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव से कोई खौफ नहीं है यह सिर्फ कहने की बात है कहीं न कहीं कांग्रेस के बड़े दिग्गज नेता भी इसे लेकर गंभीर होंगे और इस बात को लेकर कोई कोताही बिल्कुल भी नहीं होगी की कोई भी पार्षद खिलाफत में न जा सके।
फिलहाल शहरवासियों को अब उस दिन का इंतजार है जब भाजपा शहर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी और दोनो दल आमने सामने होंगे। और वो नजारा क्या होगा…. फिलहाल इंतजार करिए
भाजपा कांग्रेस के खिलाफ लाएंगी अविश्वास प्रस्ताव
कितना हास्यास्पद कितना दम दिखेगा..... या फिर शहर सरकार में है अंदुरूनी कलह ...होगी आंकड़ों की बाजीगरी..
