रायगढ़। योग किसी धर्म जाति के लिए नही है। सर्वहारा वर्ग को योग के लिए प्रेरित करने वाले संजय अग्रवाल एवम उनकी बेटी श्वेता अग्रवाल ने अपने संकल्प के जरिए योग का प्रशिक्षण देकर शहर को रोग मुक्त रखने के लिए सराहनीय प्रयास किए है। आने वाली पीढ़ी उनके स्त्युत्य योगदान की कभी विस्मृत नहीं कर पाएगी। उनके प्रयासों से शहर के बहुत से लोगो ने योग साधना को प्रेरणा पाकर जीवन में बदलाव महसूस किया। ओजस योग मंदिर के संस्थापक संजय अग्रवाल की बेटी श्रेया अग्रवाल का मानना है कि मन के आंगन में बीमारियो के बीज पनपते है जिन्हे आसानी से रोका जा सकता है। एलोपैथ से तन का इलाज होता है जबकि योग मन का इलाज करता है। बीस वर्षो से योग की अलख जगाने हेतु ओजस योग मंदिर प्रयास रत है। संस्थान से जुड़ कर बहुत से लोगो ने योग मय जीवन शैली की अपनाया। श्रेया अग्रवाल ने योग दिवस के अवसर पर चर्चा के दौरान कहा प्राचीनकाल से योग और आयुर्वेद भारत वर्ष मे स्वास्थ लाभ व रोग ऊपचार का सशक्त माध्यम रहा है जब रोगों के इलाज के साधन नही थे इस दौर में प्राकृतिक चिकत्सा पद्धति से इलाज किया जाता था। योग के जरिए न केवल रोगों का उपचार होता है
बल्कि योग को अपनाकर मनुष्य लंबे समय तक स्वस्थ भी रह सकता है। बीमारी शरीर में आने के पहले मन मे आती है।वैज्ञानिक अनुसंधान में इसे प्रमाणित पाया गया है।विभिन्न रोग जैसे अपच,माइग्रेन,ब्लड प्रेशर शुगर चर्मरोग और कैंसर जैसे रोग शरीर में आने के पहले
मनुष्य के मन में आते है। ऋषियों मुनियों ने योग ओर आर्युवेद में बहुत से असाध्य रोगो का सहज समाधान बताया। योग शक्ति से अंधा देखने का अनुभव कर सकता है लगड़ा काम कर सकता है बहरा सुनने का अभ्यास कर सकता है। योग मनुष्य में निहित आंतरिक शक्ति को ऊर्जा मे रूपांतरित कर देता है। अंतहीन प्रतिस्पर्धा ने मनुष्य को क्रोधी बना दिया किसी भी सूरत में लक्ष्य को हासिल करने की जिद से मनुष्य अधीर हो गया इसी अधीरता ने मनुष्य को लालची भी बना दिया। मनुष्य के जीवन से संतोष का भाव खो गया संतोष का अभाव से मनुष्य अतृप्त हो गया। अस्थिर मन रोगों का कारण है यही वजह है कि लाइलाज बीमारी तेजी से बढ़ रही है।अस्थिर मन चित्त को शांत रखने हेतु योग प्रभावी उपाय है। श्रेया अग्रवाल ने परम श्रद्धेय गुरुवर स्वामी रामदेव जी द्वारा योग को आम जनमानस तक पहुँचाने हेतु उनके प्रयासों को वंदनीय बताया। उनकी शाश्वत प्रेरणा के जरिए ओजस योग मंदिर की नीव सेवा के मूल भाव से रखी गई। स्थापना के बाद बहुत से साधको ने योग से अपने मन को निर्मल कर बहुत से शारीरिक और मानसिक व्याधियों से छुटकारा पाकर अपने जीवन को सार्थक बनाया।ओजस योग मंदिर से प्रवाहित योग की अनुपम धारा घर घर तक पहुंचे और मानव अपने अंदर छुपी हुई शक्ति सामर्थ्य को जान सके।
संजय अग्रवाल की बेटी श्रेया को मिला योग गुरु का दर्जा
धर्म शाला मंदिर कुआ निर्माण करने वाले दानवीर शहर में बहुत से है लेकिन योग के जरिए घर घर अलख जगाने वाले संजय अग्रवाल ने दानवीरता के क्षेत्र में ऐसा मिथक स्थापित किया जिसे तोड़ पाना कठिन है। पिता संजय ने अपनी १८ वर्षीय बेटी श्रेया को योग साइंस हेतु जब हरिद्वार की दहलीज पर छोड़ा तब उनकी बेटी इस हेतु मानसिक रूप से तैयार नहीं थी बेटी के बहते आंसुओ को देखने के बजाय पिता संजय ने कठोर मन से निर्णय लिया कि वे बेटी को योग सेवा के क्षेत्र में लायेंगे और आम लोगो को स्वस्थ रखने हेतु प्रेरित करेंगे। इस हेतु उन्होंने ओजस योग मंदिर की स्थापना की। श्रेया पिता संजय ने २००९ के दौरान कॉलोनी में सडक़ में बैठकर योग प्रशिक्षण देना शुरू किया इसके बाद चक्रधर बाल सदन में बच्चो को योग शिक्षा दी इसके बाद २०१२ से २०१६ में आशीर्वाद होटल में उनकी क्लासेज लगती रही २०१७ के दौरान पार्क एवेन्यू में योग की प्रशिक्षण देते रहे २०१७ से वे अनवरत चैतन्य नगर में योग की क्लासेज लगाते है। इस कार्य में उनकी बेटी श्रेया भी सहयोग करती है। रोग मुक्त रखने के इस अभियान में संजय अग्रवाल के शाश्वत प्रयासों को शहर कभी नहीं भूल पाएगा। उनकी बेटी श्रेया को शहर में योग गुरु का दर्जा हासिल है। संजय अग्रवाल के बेटे शुभम अग्रवाल छग के पहले आई पी एल खिलाड़ी है वर्तमान में वे छग आईपीएल में रायगढ़ जिले की कप्तानी कर रहे थे। संजय अग्रवाल के पिता स्वर्गीय जगदीश प्रसाद अग्रवाल आर एस एस से जुड़े रहे। मृत्यु उपरांत देह दान करने वाले स्वर्गीय जगदीश अग्रवाल सरस्वती शिशु मंदिर के लम्बे समय तक अध्यक्ष भी रहे
ओजस योग मंदिर द्वारा आयोजित निशुल्क शिविर
जनवरी २०२३ मे आशीर्वाद होटल में ८ दिवसीय योग संस्कार शिविर में १२० युवक युवतीयो को लाभ मिला
मार्च २०२३ में अग्रोहा भवन मे १० दिवसीय नि: शुल्क योग शिविर अग्रोहा भवन मे १५० लोगो को लाभ मिला
मार्च २०२३ में महिला दिवस पर ३ दिवसीय नि:शुल्क महिला योग चिकित्सा शिविर में ७० महिलाओ को लाभ मिला
वर्ष २०२३ में अग्रसेन भवन में २ जून से २ अगस्त तक राजधानी मे आयोजित योग शिविर में ४० लोगो को मिला लाभ
२०२३ में इनर व्हील के तत्वाधान में २५ से २७ अगस्त तीन दिवसीय योग चिकित्सा शिविर में ५५ लोगो को मिला लाभ
२०२३ में २३ से ३० दिसंबर ७ दिवसीय शीतकालीन योग शिविर में १०० बच्चो को मिला लाभ
वर्ष २०२४ में २ फऱवरी को गुलमोहर कॉलोनी मे आयोजित तीन दिवसीय योग शिविर २५ लोगो को मिला लाभ
२०२४ में ४ अप्रैल को शक्ति में दो दिवसीय चिकित्सा शिविर में ५० लोगो को लाभ मिला
२०२४ में भिलाई में ४ से ६ जून तीन दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर के आयोजन से मिला ३५ लोगो को लाभ
२०२४ के जून माह में अग्रवाल ट्रेडर्स में जेसीआई के तत्वाधान में तीन दिवसीय योग शिविर के आयोजन से मिला लाभ
कोरोना महामारी के दौरान ऑन लाइन प्रशिक्षण एवम राजधानी में प्रतिदिन यज्ञ का आयोजन
कोरोना महामारी के दौरान भी ओजस योग मंदिर के तत्वाधान में ऑन लाइन योग प्रशिक्षण जारी रहा। देश प्रदेश भर के प्रशासनिक अधिकारी नेता सहित समाजसेवी श्रेया अग्रवाल से ऑन लाइन योग प्रशिक्षण लेते है। संजय अग्रवाल के निवास में सनातन धर्म के अनुसार विश्व कल्याण एवम विश्व शांति हेतु प्रतिदिन प्रात: यज्ञ का आयोजन होता है जिसमे कोई भी शामिल हो सकता है। डेंगू महामारी के दौरान भी संजय अग्रवाल ने हजारों लोगो को केले के पत्ते से बनाया गया स्वरस निशुल्क वितरित किया था।
कोरोना महामारी के दौरान भी ओजस योग मंदिर के तत्वाधान में ऑन लाइन योग प्रशिक्षण जारी रहा। देश प्रदेश भर के प्रशासनिक अधिकारी नेता सहित समाजसेवी श्रेया अग्रवाल से ऑन लाइन योग प्रशिक्षण लेते है। संजय अग्रवाल के निवास में सनातन धर्म के अनुसार विश्व कल्याण एवम विश्व शांति हेतु प्रतिदिन प्रात: यज्ञ का आयोजन होता है जिसमे कोई भी शामिल हो सकता है। डेंगू महामारी के दौरान भी संजय अग्रवाल ने हजारों लोगो को केले के पत्ते से बनाया गया स्वरस निशुल्क वितरित किया था।
स्वर्णलता
६ साल पहले स्वर्णलता ओजस योग मंदिर से जुड़ी। शरीर में सूजन की समस्या थी चिकित्सको की सलाह पर बहुत सी जांच कराई सब रिपोर्ट नॉर्मल आया। शरीर फूलता जा रहा था सुगर बॉर्डर पर था।ऐसे कठिन समय में श्रेया दीदी की सलाह पर सुबह शाम रोज खाली पेट गोधन अर्क का सेवन शुरू किया। सात किलो वजन कम हुआ सूजन कम हुई। सुगर भी नॉर्मल है। ६ माह पहले कमर में असहनीय दर्द हेतु प्रशिक्षकों से नियमित योगाभ्यास किया जिससे कमर दर्द में लाभ मिला। नियमित योग अस्थिर मन शांत हो पाया चिड़चिहापन दूर हुआ।,शरीर और मन में आए इस बदलाव से जीवन में खुशहाली आई। मैं लोगो से अनुरोध करती हूं कि सभी योग अवश्य करें।
रेणू गोयल
ओजस योग मंदिर से जुड़े डेढ़ वर्षों के स्वर्णिम सफर साझा करते हुए रेणु गोयल बताती है कि वे ओजस योग मंदिर से जुड़ी प्रशिक्षिका के जरिए अपने घर में सेवाए लेती है। हथेली और हाथो में लंबे समय से मौजूद दर्द से निजात मिली।अचानक हुए कमर दर्द को डॉक्टरों ने स्लिप डिस्क की समस्या बताया लेकिन ओजस योग मंदिर के मार्गदर्शन में पंद्रह दिन में आराम होना शुरू हो गया। प्राणायाम एवं मेडिटेशन की निरंतरता से मुझे मानसिक शांति मिली। मेरे पति विनोद गोयल भी नियमीत योग करते है। उन्होंने ने भी नियमति योग के जरिए बहुत सी समस्याओं से निजात पाई है। हमारे स्वस्थ जीवन के लिए हम ओजस योग मंदिर के आभारी है।
अनिता अनंत
बेनी कुंज निवासी ३२ वर्षीय अनीता अनन्त दो महीने ने योग से हुए लाभ का जिक्र करते हुए बताती है कि योग प्राणायाम के जरिए वे अनिंद्रा की स्थिति से बाहर आई। योग करने से लचीलापन महसूस हो रहा। ऊर्जा मिलने से स्फूर्ति में बढ़ोतरी हुई। सही तरीके से योग कराने में मदद हेतु ओजस योग मंदिर के योग साधकों का आभार।
मंजू अग्रवाल
पिछले ८ माह से योग कर रही मंजू को पैरों के वेरीकोज वेइंस की समस्या से निजात मिली।इस वजह से चलने में उन्हें दिक्कत होती थी लेकिन अब आराम है।योग से शरीर में आई ऊर्जा से दैनिक कार्य सुचारू हो पाए। सर्वाइकल के कारण हाथों के दर्द में आराम हुआ। योग करने का अनुभव अच्छा रहा।
रीता पांडे
पिछले ८ वर्षों से योग से जुड़ी रीता पांडे ने घुटनों के दर्द से मुक्ति पाई। योग से ही उन्होंने नसों के दर्द में आराम पाया।सभी समस्याओं से मुक्ति मिली। अब शरीर स्वस्थ रहता है। बीपी, थायराइड भी नियंत्रित रहता है स्वस्थ शरीर से दिनचर्या सुचारू हो पाई। खुद को स्वस्थ रखना सबसे बड़ी जवाबदेही है
जी एस अग्रवाल
मशहूर चिकित्सक जी एस अग्रवाल बताते हुए उन्हे सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस में आराम मिला। ओजस योग मंदिर संस्था से जुड़ी योग शिक्षका यशोदा का मार्गदर्शन सराहनीय है। डॉक्टर अग्रवाल ने शहर वासियों से विनम्र अपील करते हुए कहा सभी योग को दिन चर्या में अवश्य शामिल करे। स्वस्थ रहने के लिए योग सबसे बड़ी जरूरत है।
बलविंदर सिंह
नियमित योग अभ्यास करने वाले बलविंदर सिंह बताते है कि योग से शारीरिक क्षमता में अत्यधिक वृद्धि हुई। मानसिक रूप से खुद को सबल पा रहा हूं। स्वयं को पहले से अत्यधिक ऊर्जावान महसूस कर रहा हूं। यह सब कुछ योग की वजह से हो पाया।
तन मन की पावन साधना का स्थल ओजस योग मंदिर
बीस वर्षो से योग की अलख जगाने हेतु समर्पित संजय अग्रवाल का परिवार, ओजस योग मंदिर रायगढ़ वासियों के लिए अनुपम उपलब्धि, बेटी श्रेया योग गुरु तो बेटा शुभम प्रदेश का पहला आईपीएल खिलाड़ी
