जांजगीर-चांपा। लोकसभा चुनाव-2024 के तहत तीसरे चरण का मतदान सात मई 2024 को जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र में संपन्न हो गया है। इस बार मतदान प्रतिशत पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा कम दर्ज हुआ है। आसान शब्दों में कहें तो साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां 68 प्रतिशत वोटिंग हुई थी तो वहीं इस बार यह ग्राफ गिरकर 67.56 प्रतिशत पर सिमट गया। जबकि, पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार बड़ी संख्या में मतदाता भी बढ़े हैं। इसके बावजूद, मतदान का प्रतिशत कम रहा है।
जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र में मत कम पड़े, इसकी वजह चाहे मौसम का गर्म मिजाज बना हो या फिर वोटर्स में उत्साह का अभाव। वहीं सिक्के के दूसरे पहलू को देखें तो कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने जहां मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया तो वहीं लोकसभा क्षेत्र के 32.5 प्रतिशत मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व से दूरी बनाकर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के सारे किए-कराए पर पानी फेर दिया। गौरतलब है कि जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट पर भाजपा, कांग्रेस, बसपा सहित कुल 18 प्रत्याशियों के बीच चुनावी महासमर हुआ। हालांकि, सीधे तौर पर सत्ताधारी दल भाजपा की टक्कर कांग्रेस से रही।
जिला प्रशासन के तमाम प्रयास हुए विफल
जिला प्रशासन ने इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास किए थे। कहीं रैली निकाली गई तो कहीं क्रिकेट मैच हुआ। कहीं मेहंदी प्रतियोगिता हुई तो कहीं जुंबा डांस हुआ। सिर्फ इतना ही नहीं, यहां से पलायन कर अन्य राज्य गए मजदूरों से कलेक्टर ने स्वयं फोन और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क कर उनसे मतदान प्रक्रिया में भाग लेने की अपील की। वहीं कई ऐसे भी कार्यक्रम हुए, जिन्हें देखने, सुनने या पढऩे के बाद लोगों में जागरूकता आए और वो अपने मताधिकार का प्रयोग करें। मगर, सारे प्रयास निरर्थक साबित हुए।
अब मंथन में जुटे हैं प्रशासन के अफसर
जांजगीर-चांपा लोकसभा में वर्ष 2004 में 52.23 प्रतिशत, वर्ष 2009 में 48.57 प्रतिशत, वर्ष 2014 में 61.54 प्रतिशत और वर्ष 2019 में 68 प्रतिशत मतदान हुआ था। जबकि, इस बार 67.56 प्रतिशत मतदान होने का आंकड़ा सामने आया है। इस तरह, मतदान प्रतिशत पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा अबकी बार घट गया। ऐसे में कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के तमाम अफसर अब इस मंथन में जुटे हैं कि आखिरकार कहां ऐसी कमी रह गई, जो शेष 32.5 प्रतिशत मतदाता अपने घर से नहीं निकले।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं बढ़ा मतदान का प्रतिशत
जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र के 32.5 प्रतिशत मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व से बनाई दूरी
