रायगढ़. हाई वोल्टेज करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक बंदर की मौत हो गई है, जिसको लेकर अब ग्रामीण तार की ऊंचाई बढ़ाने की मांग करने लगे हैं। इनका कहना है कि तार नीचे होने के कारण हमेशा हादसे का भय बना रहता है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शहर के वार्ड क्रमांक 34 स्थित ग्राम सराईभदर में चिटकी पुलिया के पास कृष्णा साल्वेंट कंपनी है, जिसकी बाउंड्री वाल करीब 15 फीट ऊंचा है। साथ ही वहां से हाई वोल्टेज करंट प्रवाहित तार गुजरा है, लेकिन उसकी ऊंचाई काफी कम है। साथ इस क्षेत्र में बंदरों की संख्या भी अधिक है, जिससे हमेशा इनको करंट लगने की भय बना रहता है, जिसको लेकर इन तारों की ऊंचाई बढ़ाने ग्रामीणों द्वारा मांग की गई थी, लेकिन भी तक स्थिति जस की तस है। ऐसे में 22 जनवरी को एक तरफ जहां पूरा देश भगवान राम व हनुमान मंदिरों में पूजा-पाठ कर भंडारे का आयोजन किया था, वहीं सराईभदर में ग्रामीणों को सूचना मिली कि एक बंदर करंट प्रवाहित तार के चपेट में आ गया है। जिससे ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो पता चला कि उक्त बंदर कृष्णा साल्वेंट के बाउंड्रीवाल में चढकऱ चल रहा था, इस दौरान उसका पूंछ हाई वोल्टेज तार के चपेट में आ गया, जिससे करंट लगने के कारण उसकी मौत हो गई। ऐसे में ग्रामीण आनन-फानन में पूजा-पाठ कर उक्त बंदर के अंतिम संस्कार में लग गए, जिससे देर शाम तक उसका अंतिम संस्कार कराया गया। ऐसे में स्थानीय लोगों ने बताय कि उक्त तार की ऊंचाई बढ़ाना अतिआवश्यक है, क्योंकि क्षेत्र में बंदरों की संख्या ज्यादा है, जो हमेशा उक्त बाउड्रीवाल से गुजरते रहते हैं, जिससे हमेशा संपर्क में आने का खतरा बना हुआ है।
घटना स्थल पर मंदिर बनाने की चर्चा
इस संबंध में ग्रामीणों की माने तो उक्त बंदर की जहां पर मौत हुई है, उसी जगह पर उसका अंतिम संस्कार किया गया है। ऐसे में यहां हनुमान जी की मंदिर बनाने की चर्चा गांव में जोरों से चल रही है। साथ ही स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व में घटना को देखते हुए तार की ऊंचाई बढ़ाने के लिए बोला गया था, लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस है, जिसके चलते बंदर की मौत हुई है।
हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से बंदर की मौत
