सारंगढ़-बिलाईगढ़। खरीफ वर्ष 2025-26 में धान खरीदी में पारदर्शिता और निगरानी के लिए कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जिले के कृषि, वन, सहकारिता, खाद्य और राजस्व अधिकारियों, फील्ड कर्मियों के साथ सयुंक्त बैठक लिया। डॉ. कन्नौजे ने बैठक में कहा कि इस वर्ष धान खरीदी का परी प्रक्रिया ‘‘सतर्क’’ मोबाइल एप् और जीपीएस ट्रैकिंग के माध्यम से डिजिटल एवं तकनीकी निगरानी रहेगी। इसके लिए कलेक्टर कार्यालय में जिला कन्ट्रोल कमांड सेंटर (डिसीसीसी) की स्थापना किया जाएगा, जिसका नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर होगा तथा प्रत्येक तहसील स्तर पर उडऩदस्ता एवं निगरानी दल का गठन किया गया है। इस पर धान खरीदी केन्द्रों में धान लोड होने से पहले और बाद का फोटो ‘‘सतर्क’’ एप पर अपलोड हो जाएगी और गाडियो की जीपीएस ट्रैकिंग से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि धान सही तरीके से राईस मिलर तक पहुंचे। साथ ही किसी भी प्रकार की शिकायतों का त्वरित निराकरण भी इसी ऐप्प से किया जाएगा। बैठक में उडऩदस्ता एवं निगरानी दल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मोबाइल में सतर्क ऐप डाउनलोड कर उसका प्रशिक्षण भी दिया गया।
धान खरीदी केन्द्रों में शिकायत मिलने पर तत्काल एक्शन से 24, 48, 72 घंटों में होगा निराकरण कलेक्टर डॉ. संजय ने बैठक में कहा कि इस वर्ष धान खरीद के दौरान अतिसंवेदनशील धान उपार्जन केन्द्रों में सतर्क ऐप के माध्यम से शिकायत मिलने पर संबंधित उडऩदस्ता प्रभारी मौके पर जाकर 24 घंटों में शिकायतों का निराकरण करेंगे तथा संवेदनशील एवं सामान्य धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत मिलने पर 48 और 72 घंटों में शिकायतों पर निराकरण किया जाएगा। कोचियों, बाहरी जिलों, राज्यों के अवैध धान पर होगी सख्त कार्यवाही: कलेक्टर डॉ. कन्नौजे कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने कहा कि बाहरी राज्यों, जिलों, कोचियों या व्यापारियों के द्वारा यदि अवैध धान परिवहन एवं अवैध भंडारण किया जाना पाया जाता है तो बख्शा नहीं जाएगा, जब्ती की कार्यवाही कर पुलिस प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीकृत किसानों के छूटे खसरे जोड़े जाएंगे
कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में नवीनी किसान पंजीयन नहीं होगा, परन्तु किसानों के छूटे हुए खसरों को जोडऩे की प्रक्रिया सीएचसी के माध्यम से जारी रहेगा। इसके लिए किसानों को भटकने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एग्रीस्टेक से नवीन किसानों का पंजीयन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर के बाद नहीं हो रहा है, परन्तु जिन जिन किसानों का पंजीयन हो गया है, परन्तु किसी कारण वश उनके खेत का खसरा नंबर नहीं जुड़ पाया है तो उन किसानों को परेशान होने की जरूरत नही है। अपना खसरा नंबर संबंधित समिति या लोक सेवा केंद्र (सीएचसी सेंटरों) में जोड़वा सकते हैं। इसके लिए कोई समय सीमा नहीं है। इसके लिए कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने सभी तहसीलदारों, पटवारियों एवं आरईओ को किसानों से संपर्क कर खसरे को जोड़वाने के निर्देश दिए। धान खरीदी कार्य में किसानों को कोई असुविधा नहीं हो और अवैध धान पर एफआईआर करने कलेक्टर ने दिए निर्देश कलेक्टर ने सभी एसडीएम, तहसीलदारों, उडऩदस्ता टीम के प्रभारियों, खाद्य, मार्केफेड, कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि धान खरीदी में किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए एवं अवैध धान या रबी (गर्मी) मौसम का धान उपार्जन केन्द्रों में आने पर सख्त कड़ी कार्यवाही करते हुए जब्ती की कार्यवाही कर एफआईआर दर्ज करें। इस वर्ष सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में 33 संवेदनशील एवं अति संवेदनशील केन्द्रों में नोडल अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासकीय अधिकारी एवं सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जाएगी। कलेक्टर डॉ. कन्नौजे ने सभी अधिकारियों को जिनकी धान खरीदी में ड्यूटी लगी है, उन्हें लगातार फील्ड में और धान उपार्जन केन्द्रों में दौरा करने तथा उपार्जन केन्द्रों में मूलभूत सुविधा की तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस बैठक में खाद्य अधिकारी गणेश कुर्रे, सहकारिता सहायक आयुक्त व्यासनारायण साहू, कृषि उप संचालक आशुतोष श्रीवास्तव, मार्कफेड अधिकारी शीतल भोई, एसडीओ वन अमिता गुप्ता, मंडी सचिव राजेंद्र ध्रुव, जिले के सभी तहसीलदार एवं उडऩदस्ता टीम प्रभारी अधिकारी उपस्थित थे।
सतर्क मोबाइल एप्प के माध्यम से धान खरीदी पर होगा डिजिटल निगरानी: कलेक्टर
जिले में जिला कन्ट्रोल कमांड सेंटर की होगी स्थापना, प्रत्येक तहसील स्तर पर निगरानी दल एवं उडऩदस्ता दल का गठन होगा



